राजधानी में धड़ल्ले से बिक रहा है मिलावटी तेल, पाच रुपये में बन जाता है ब्राडेड

लखनऊ[राजीव बाजपेयी]। खाद्य तेलों या रिफाइंड के इस्तेमाल किए टिन या प्लास्टिक कंटेनरों का दोब

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Aug 2018 02:20 PM (IST) Updated:Wed, 22 Aug 2018 02:45 PM (IST)
राजधानी में धड़ल्ले से बिक रहा है मिलावटी तेल, पाच रुपये में बन जाता है ब्राडेड
राजधानी में धड़ल्ले से बिक रहा है मिलावटी तेल, पाच रुपये में बन जाता है ब्राडेड

लखनऊ[राजीव बाजपेयी]। खाद्य तेलों या रिफाइंड के इस्तेमाल किए टिन या प्लास्टिक कंटेनरों का दोबारा इस्तेमाल प्रतिबंधित है बावजूद इसके शहर में धड़ल्ले से मिलावटी तेल बेचने में इनका इस्तेमाल हो रहा है। यहियागंज के आसपास ही सबसे बड़ा कारोबार चल रहा है और एफएसडीए के अधिकारी आख मूंदकर बैठे हैं।

गत सप्ताह मोहान रोड पर जाच में जो तेल का नमूना अनसेफ आया है वह भी इसी तरह से इस्तेमाल किए गए टिन में पैक किया गया था। बीस रुपये के टिन पर पाच रुपये का स्टीकर और तैयार हो गया जहरीला तेल बाजार में बिकने के लिए। यहियागंज, रकाबगंज और पाडेयगंज के आसपास यह अवैध व्यवसाय चल रहा है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की धारा 49 उपधारा 5 (6) में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि एक बार इस्तेमाल में आने के बाद टिन या प्लास्टिक के कंटेनर का इस्तेमाल प्रतिबंधित है। इस्तेमाल टिन बाहर से चमाचम कर दिए जाते हैं, लेकिन इसके अंदर उसी गंदगी की लेयर रहती है। चूंकि इसका छेद छोटा होने के कारण सफाई नहीं हो पाती। जब इसमें फिर से तेल भरा जाता है तो यह स्लो प्वाइजन की तरह हो जाता है। पुराने टिन में नकली स्टीकर लगाकर तेल बेचने के खेल में कई बड़े कारोबारी भी शामिल हैं। कई कारोबारी जिनके पास पैकेजिंग और सप्लाई का लाइसेंस है वह ही धंधा कर रहे हैं। 250 लीटर खुला तेल सीज:

एफएसडीए की टीम ने तालकटोरा में कृष्णा मिल से करीब 250 लीटर खुला खाद्य तेल सीज कर दिया। सीएफएसओ सुरेश के मुताबिक शहर के विभिन्न इलाकों से पनीर, दूध, खोया, मिल्ककेक, सरसों का तेल और मिठाइयों के नमूने लिए गए। गलत है, कार्रवाई होगी:

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुरेश कुमार मिश्र का कहना है कि इस्तेमाल किए गए टिन में फिर से तेल नहीं भरा जा सकता। अगर ऐसा हो रहा है तो गलत है। जल्द ही इसमें छापामारी करके बड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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