आप नेता संजय सिंह ने कहा- जब यूपी में महिला पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो कैसा मिशन, कैसी शक्ति

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता की छेड़खानी से पीड़त महिला कांस्टेबल जब आरोपित को थाने लेकर आती है तब भाजपा का एक विधायक दल बल के साथ थाने पहुंच कर हंगामा करता है। योगी सरकार के मिशन शक्ति का यह ज्वलंत उदारण है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Sun, 18 Oct 2020 11:06 PM (IST) Updated:Sun, 18 Oct 2020 11:06 PM (IST)
आप नेता संजय सिंह ने कहा- जब यूपी में महिला पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो कैसा मिशन, कैसी शक्ति
आप नेता संजय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लांच किए गए 'मिशन शक्ति' अभियान पर तंज कसा।

लखनऊ, जेएनएन। आम आदमी पार्टी (आप) के उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लांच किए गए 'मिशन शक्ति' अभियान पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में महिला पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो 'मिशन शक्ति' से क्या होगा। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि योगी सरकार में उत्तर प्रदेश बेटियों के लिए कब्रगाह बन गया है।

मुरादाबाद में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पत्रकारों से मुखातिब राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र कर कहा कि भाजपा नेता की छेड़खानी से पीड़ित एक महिला कांस्टेबल जब आरोपित को थाने लेकर आती है तब भाजपा का एक विधायक दल बल के साथ थाने पहुंच कर हंगामा करता है और कार्यकर्ता को जबरन छुड़ा कर ले जाता है। योगी सरकार के मिशन शक्ति का यह सबसे ज्वलंत उदारण है। जब महिला पुलिस ही सुरक्षित नहीं तो योगी कौन से मिशन और शक्ति की बात कर रहे हैं।

आप नेता सदस्य संजय सिंह ने कहा कि बाराबंकी में एक दलित बच्ची के हाथ पैर बांधकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और उसकी निर्ममता से हत्या कर दी गई। आरोप लगाया कि योगी सरकार में प्रदेश बेटियों के लिए कब्रगाह बन गया है। उन्होंने कहा कि योगी राज में जाति देख कर हत्या और दुष्कर्म के मामलों में न्याय होता है। बलिया में एसडीएम व सीओ के सामने दिनदहाड़े सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी जाती है और सरकार और उसके विधायक आरोपित को बचाने में जुट गए।

उधर, लखनऊ में आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पार्टी की महिला विंग अध्यक्ष नीलम यादव और मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने पत्रकार वार्ता में योगी सरकार को तत्काल बर्खास्त कर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। यह भी कहा कि पुलिसकर्मियों द्वारा आप की महिला प्रदर्शनकारियों से की गई अभद्रता के मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग और उत्तर प्रदेश महिला आयोग के सामने ले जाएंगे।

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