फुस्स समझकर अनार उठाने पहुंचे, अचानक दगने से झुलसा चेहरा

विनय का अनार दगने से झुलस गया पूरा चेहरा, नगमा की फुलझड़ी पटाखों पर गिरी और वह भी झुलस गई। दिए जलाते समय कशिश भी झुलसी, करीब 139 मरीज अस्पताल पहुंचे, पांच भर्ती।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Fri, 09 Nov 2018 07:04 PM (IST) Updated:Fri, 09 Nov 2018 09:27 PM (IST)
फुस्स समझकर अनार उठाने पहुंचे, अचानक दगने से झुलसा चेहरा
फुस्स समझकर अनार उठाने पहुंचे, अचानक दगने से झुलसा चेहरा

लखनऊ, (जेएनएन)।  माल के सैदापुर गांव में रहने वाले 25 वर्षीय विनय का चेहरा बुरी तरह झुलस गया है। दीपावली के दिन वह बड़ा अनार दगा रहे थे, उसमें आग लगाई तो उससे कुछ चिंगारियां निकली और बंद हो गईं। विनय को लगा कि अनार फुस्स हो गया है वह उसे उठाने के लिए जैसे ही झुके, वैसे ही अनार दग गया और उनका चेहरा झुलस गया। इन्हें बलरामपुर में बर्न यूनिट में भर्ती करवाया गया है। इसी तरह शास्त्रीनगर में रहने वाली 18 वर्षीय नगमा अपने ढाई साल के भतीजे अरहान के साथ पटाखे जला रही थी। अचानक फुलझड़ी पटाखों के ऊपर गिर गई और उनकी फ्राक में आग लग गई। नगमा के दोनों हाथ, पैर और शरीर का बायां हिस्सा जल गया। इनका इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है।

राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में पटाखे दगाते समय जख्मी हुए करीब 139 मरीज पहुंचे और काफी ज्यादा जख्मी होने के कारण पांच को भर्ती किया गया। इसी तरह सआदतगंज में रहने वाली आठ वर्षीय कशिश अपने घर में दीपक जला रही थी। इनके चाचा विजय ने बताया कि इसी बीच कपड़ों में आग लग गई और उसका सीना जख्मी हो गया। सबसे ज्यादा 53 घायल सिविल अस्पताल पहुंचे। इसमें नगमा को छोड़कर बाकी सब डिस्चार्ज कर दिए गए।

गोमतीनगर में स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 35 घायल पहुंचे और इन सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया। उधर बलरामपुर अस्पताल में 14 घायल पहुंचे। इसमें से विनय व कशिश को छोड़कर बाकी सभी डिस्चार्ज कर दिए गए। वहीं केजीएमयू में पटाखे से जलने के कारण 37 घायल पहुंचे और इसमें से दो भर्ती किए गए। इस तरह राजधानी में कुल 139 लोग पटाखा जलाते समय घायल हुए।

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