शहर में नलों से उगला पीला पानी
ललितपुर ब्यूरो : शुक्रवार को जल संस्थान द्वारा की जाने वाली पेयजलापूर्ति लोगों के लिये सिरदर्द बन गई
ललितपुर ब्यूरो : शुक्रवार को जल संस्थान द्वारा की जाने वाली पेयजलापूर्ति लोगों के लिये सिरदर्द बन गई। नलों से रोजाना तो साफ-स्वच्छ पानी की आपूर्ति होती है, लेकिन सुबह जब नलों से पीले रग का पानी उगला, तो लोगों के होश उड़ गये। कई जगहों पर तो दूषित पेयजल की आशका के चलते लोगों ने नलों के पानी को पीना ही उचित नहीं समझा और हैण्डपम्प का सहारा लिया। इधर, जल संस्थान के अफसरों का कहना था कि जल्द ही आपूर्ति में सुधार किया जायेगा।
शहरवासियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी जल संस्थान की है। जल संस्थान स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के एवज में बाकायदा शुल्क भी वसूल करता है। इसके बावजूद विभाग स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। कभी पेयजल आपूर्ति बाधित हो जाती है तो एक-एक बूंद पानी के लिये लोग मोहताज हो जाते है। कभी आपूर्ति अनियमित होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। शुक्रवार को तो हद हो गई। रोजाना की तरह सुबह-सुबह नलों से पेयजलापूर्ति शुरू हुई और लोग रूटीन में पीने का पानी भरने लगे। इसी दौरान लोगों ने देखा कि साफ-स्वच्छ की जगह नलों से पीले पानी की आपूर्ति की जा रही है। लोगों को लगा कि कुछ देर बाद पानी स्वच्छ हो जायेगा। आपूर्ति के दौरान पानी का रग पीला ही रहा। दूषित पानी की आशका के चलते चौबयाना मुहल्ला निवासी गुड्डी झाँ, शेखर दुबे, पंकज झाँ, आनन्द चौबे, राजा कोरी, अमित उपाध्याय, महेन्द्र कम्पाउण्डर का कहना था कि पानी के दूषित होने की आशंका में इसका इस्तेमाल नहीं किया। इसी प्रकार शहर के अन्य क्षेत्रो में भी पीले रग के पानी की आपूर्ति हुई।
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एक्सईएन ने कहा- बाँध का पानी हो गया लाल
नलों से पीले रग के पानी की आपूर्ति होने के संबंध में अधिशासी अभियंता जल संस्थान रघुवेन्द्र कुमार से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि बाँध का पानी लाल हो गया है, जिसके चलते पानी का कलर बदल गया। प्रयास किया जा रहा है कि पानी को साफ किया जाये और रोजाना की तरह स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने बताया कि पेयजल का रग जरूर बदल गया, लेकिन कोई नुकसान नहीं है।