मनरेगा में फर्जीवाड़ा, की शिकायत

लखीमपुर: विकास खंड पसगवां की ग्राम पंचायत दीक्षितपुर में प्रधान व पंचायतमित्र की मिलीभगत से भारत सरक

By Edited By: Publish:Wed, 26 Nov 2014 09:48 PM (IST) Updated:Wed, 26 Nov 2014 09:48 PM (IST)
मनरेगा में फर्जीवाड़ा, की शिकायत

लखीमपुर: विकास खंड पसगवां की ग्राम पंचायत दीक्षितपुर में प्रधान व पंचायतमित्र की मिलीभगत से भारत सरकार की महत्वाकाक्षी योजना मनरेगा में फर्जीवाड़ा कर लाखों रुपये का घोटाला का आरोप ग्रामीणों ने लगाए हैं। बताते चलें कि ग्रामीण राजाराम पुत्र खेमन ने जिलाधिकारी सहित तहसील दिवस में दिए गए प्राथर्नापत्र में कहा कि प्रधान व पंचायत मित्र जरूरतमंद पात्र जॉबकार्ड धारकों को काम मांगने पर गाली-गलौज कर भगा देता है और फर्जी मस्टररोल अंकन कर लाखों रुपया डकार गये हैं। इस फर्जीवाडे़ का खुलासा तो राजाराम द्वारा आरटीआई से मांगी गयी। सूचना के द्वारा मिले मस्टररोल से हुआ, जिसमें प्रधान पंचायत मित्र तालाब खोदाई कार्य मस्टररोल संख्या 062321 निर्गमन क्रमाक 1674 दिनाक 21/01/2011 कार्यावधि 08/03/2011 से 22/01/2011 में पंचायतमित्र, प्रधान अवधेश कुमार पुत्र श्रीपाल ने अपने सगे संबंधियों भाई, अनुज बंधुओं एवं पंचायत मित्र ने अपनी पत्‍‌नी का नाम दर्ज कर धन हड़पने में प्रधान के नहले पर दहला जड़ दिया। गौरतलब हो कि बनाए गये जाब काडरें में अखिलेश कुमार पुत्र श्रीपाल कार्ड संख्या 313 ब्रजेश कुमार पुत्र श्रीपाल कार्ड संख्या 297 रत्‍‌नेश कुमार पुत्र श्रीपाल 297 प्रधान के सगे भाई जो सम्मिलित एकल परिवार में रहते हैं व ऊषा देवी पत्‍‌नी ब्रजेश कुमार कार्ड संख्या 306, मिथिलेश कुमार पुत्र श्रीपाल कार्ड संख्या 323 प्रधान की अनुज वधू एवं एक भाई अन्य जो जिला पंचायत इंटर कॉलेज में अंशकालिक शिक्षक पद पर तैनात हैं। मस्टररोल पर बनाए गये हस्ताक्षरों को देखा जाय तो फर्जीवाड़ा का पुख्ता प्रमाण हस्ताक्षर ही देंगे, क्योंकि एक ही व्यक्ति के द्वारा एक ही कलम से एक राइटिंग में बनाए गये जो फर्जीवाड़ा को सिद्ध करते हैं। वहीं अखिलेश कुमार की तैनाती बिटोली देवी इंटर कॉलेज फत्तेपुर में सहायक आध्यापक पद पर बताई गई है। इतना ही नहीं पंचायत मित्र ने अपनी पत्‍‌नी का नाम फर्जी अंकन करने के साथ एक प्रधान के मामा जो जनपद सीतापुर के बताये जाते हैं उनका नाम मस्टररोल में दर्ज कर सरकारी धन का बंदर बाट किया गया। पद का दुरुपयोग कर अति महत्वाकाक्षी योजना को फर्जीवाड़ा कर ग्रहण लगाने वाले प्रधान पंचायत मित्र के विरुद्ध ग्रामीण राजाराम बालगोविंद सहित कई लोगों ने दर्जनों प्राथर्नापत्र मय मास्टररोल की छायाप्रति लगाकर देने के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई अधिकारियों की खाऊ-कमाऊ नीति के चलते केंद्र सरकार अतिमहत्वपूर्ण मनरेगा योजना प्रधान, पंचायत मित्र, ग्राम विकास अधिकारी सहित बीडीओ की कामधेनु गाय बनकर रह गयी है। बीडीओ पसगवां से लेकर सीडीओ, जिलाधिकारी एवं तहसील दिवस के साथ मनरेगा आयुक्त लखनऊ, मुख्यमंत्री, पंचायतराज मंत्री तक को ग्रामीणों द्वारा शिकायतें भेजने के उपरांत आज तक कार्रवाई होना तो दूर जांच के लिए बीडीओ तक दीक्षितपुर नहीं पहुंचे। परिणाम स्वरूप एक शिकायतकर्ता को प्रधान द्वारा पीट कर सही कर अपनी पहुंच का अंदाजा लगवा दिया। आवेदक राजाराम ने बताया कि अब वह मस्टर रोल में अंकित सभी फर्जी लोगों के नाम कोर्ट में मुकदमा दाखिल करेगा। जब इस संबंध में बीडीओ पसगवां से बात की गई तो उनका फोन ही नहीं उठा, वहीं सीडीओ नितीश कुमार से जानकारी चाहने पर उन्होंने अभी व्यस्त हैं कहकर फोन काट दिया, जिससे उनके पक्ष की जानकारी नहीं हो सकी।

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