केंद्र पर धान की खरीद न होने से नाराजगी

लखीमपुर : आखिर वही हुआ जिसका किसानों को डर था। स्थानीय जसनगर साधन सहकारी समिति ने मिल द्वारा अड़ंगा ल

By Edited By: Publish:Mon, 24 Nov 2014 09:31 PM (IST) Updated:Mon, 24 Nov 2014 09:31 PM (IST)
केंद्र पर धान की खरीद न होने से नाराजगी

लखीमपुर : आखिर वही हुआ जिसका किसानों को डर था। स्थानीय जसनगर साधन सहकारी समिति ने मिल द्वारा अड़ंगा लगाये जाने का आरोप लगाते हुए धान खरीद बंद कर दी। इससे किसानों में आक्रोश बना हुआ है। इतना ही नहीं समिति ने एक किसान का धान बीच में ही तौल बंद कर अन्य किसानों को आगे की कार्रवाई तक अपना धान केंद्र में न लाने को कहा है। किसान अपना धान तौलवाने को धान क्रय केंद्र पर चक्कर लगा रहे हैं, परंतु उनका धान नहीं तौला जा रहा है।

बताते चलें कि प्रशासन ने इस बार तिकुनिया में एक भी धान क्रय केंद्र नहीं लगाया था। माग पूरी न होने के कारण मजबूर होकर किसानों ने स्थानीय मंडी समिति में बीती नौ नवंबर को धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। धरना-प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने बीती 15 नवंबर को जसनगर साधन सहकारी समिति में पीसीएफ का धान क्रय केंद्र खोलवा दिया था, परंतु किसानों ने अन्य किसानों का धान तौले जाने तक अपना धरना-प्रदर्शन जारी रखने की घोषणा की तो प्रशासन के पसीने आ गये। दसवें दिन किसानों का धरना-प्रदर्शन समाप्त हो गया, जिसमें किसानों ने प्रशासन पर जबरन धरना-प्रदर्शन समाप्त कराने का आरोप भी लगाया। हालाकि प्रशासन ने आरोप को निराधार बताया था।

आशका जता रहे किसानों का डर अब सामने आने लगा है। स्थानीय जसनगर साधन सहकारी समिति ने धान तौलाई बंद क्या की कि किसानों में हड़कंप मच गया। किसान वशीर अहमद खा ने बताया कि उनका धान मानक के अनुसार था फिर भी 147 क्विंटल धान तुलने के बाद आगे की तौलाई बंद कर दी गई। उन्होंने बताया कि धान क्रय केंद्र पीसीएफ का लगा हुआ है जबकि इनका गोदाम भी तिकुनिया में है और कर्मचारी भी। अपने कर्मचारी को मशीन भेजकर धान का मानक चेक कर लें, अगर उनका धान मानक में नहीं होगा तो वह अपना धान वापस ले जायेंगे। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा उनका धान का मानक चेक कर तथा उसमें पंखा लगाने के बाद ही लखीमपुर मिलों को भेजा गया है। इसका समिति द्वारा सिक्सआर भी काटकर दिया गया है। अब आगे की समस्या बताकर धान तौलाई क्यों बंद की गई। इधर धान तौलाई का इंतजार कर रहे किसान हरभजन सिंह ने बताया कि वह धान न तुलने के कारण अपनी अगली फसल नहीं बो पा रहे है। इस संबंध में पूछने पर समिति के सचिव दिनेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि धान तौलाई के बाद धान ट्रक में लोडकर लखीमपुर धान मिल में भेजा गया था, परंतु मिलों द्वारा धान न लिये जाने के कारण ही उन्हें आगे की तौलाई बंद करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि मिलों द्वारा धान न लिये जाने की जानकारी से संबंधित व प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत कराया जा चुका है। जैसे ही मिलों द्वारा धान लेना शुरू कर दिया जायेगा, वैसे ही तौल शुरू कर दी जायेगी।

कोई जवाब नहीं दे पा रहे अधिकारी

तिकुनिया : जसनगर साधन सहकारी समिति में मौजूद अधिकारी धान खरीद में कितनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं इसका अंदाजा तब लगा जब देखा गया कि धान क्रय केंद्र पर तौल चालू हुए आठ दिन हो चुके हैं, परंतु अभी तक केवल दो सौ क्विंटल ही धान की खरीद हो सकी है। इस बारे में पूछे जाने पर अधिकारी कोई जवाब नहीं दे पा रहे हैं।

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