'बुजुर्गो की सेवा कर उनके अनुभवों का लाभ लेना चाहिए'

By Edited By: Publish:Sat, 20 Sep 2014 09:23 PM (IST) Updated:Sat, 20 Sep 2014 09:23 PM (IST)
'बुजुर्गो की सेवा कर उनके अनुभवों का लाभ लेना चाहिए'

लखीमपुर: जैन महासाध्वी सुदक्षाजी महाराज ने कहा कि जिस घर में बुजुर्गो का सम्मान होता है वह घर पुण्यवान होते हैं। बुढ़ापा यूं ही हासिल नहीं होता बड़े पुण्य के बाद मिलता है। इन बुजुर्गो की झुर्रियों के अंदर वर्षो का अनुभव छिपा होता है। कहावत भी है नया नौ और पुराना सौ दिन। इसलिए बुजुर्गो को ठुकराना नहीं चाहिए, बल्कि सेवा करते हुए उनके अनुभवों का लाभ उठाना चाहिए।

महासाध्वी सुदक्षा स्थानीय जैन स्थानक में भक्तों को बुजुर्गो की सेवा करने की नसीहत दे रही थीं। उन्होंने कहा कि मा-बाप अपनी संतान के लिए क्या कुछ नहीं करते। अपनी संतान पर दुखों की काली छाया नहीं पड़ने देते और पालन-पोषण कर बड़ा करते हैं। उन्होंने प्रवचन हाल में बैठे श्रद्धालुओं से पूछा कि बताओ आप सभी क्या श्रीराम को मानते हैं? जवाब हा में मिलने के बाद महासाध्वी ने कहा श्रीराम को मानते हो तो श्रीराम की भी माने। उनके आदर्शो पर चलें। श्रीराम मर्यादित पुरुष थे और हर सुबह की शुरुआत माता-पिता व गुरू को वंदन करने के बाद करते थे। बूढ़े मा-बाप के पास अनुभवों का पिटारा ही नहीं होता, बल्कि बुजुर्ग घर के ताले और चौकीदार होते हैं, जो मा-बाप की सेवा करते हैं उन्हें जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं हुआ करती है। रविवार को जैन स्थानक में व्यापारी दिवस के रूप में मनाया जायेगा। जैन महासाध्वी सुदक्षाजी महाराज ने बताया कि व्यापारियों को बताया जायेगा कि हमें व्यापार में किस प्रकार अधिक लाभ होगा। इस अवसर पर प्रवीन जैन, कमल जैन, सतीश जैन, राजकुमार जैन, योगेंद्र बंसल, अखिलेश गर्ग, विष्णू गर्ग, संदीप अग्रवाल, सुभाष जैन, राहुल सिंघल, सत्यनारायण बंसल, रामकिशन जैन, गिरधारी लाल गोयल, अनिल जैन, पंकज तिवारी, कुंज बिहारी श्रीवास्तव, रेखा जैन समेत काफी संख्या में उत्तराचल के बिलासपुर, सितारगंज व रुद्रपुर के श्रद्धालु उपस्थित थे।

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