सीमा सील, फिर भी नेपालियों का प्रवेश

सीमा सील होने के बाद भी गौरीफंटा प्रवेश द्वार से नेपाली नागरिकों का भारत आना निरंतर जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Nov 2020 09:59 PM (IST) Updated:Sun, 22 Nov 2020 09:59 PM (IST)
सीमा सील, फिर भी नेपालियों का प्रवेश
सीमा सील, फिर भी नेपालियों का प्रवेश

लखीमपुर : सीमा सील होने के बाद भी गौरीफंटा प्रवेश द्वार से नेपाली नागरिकों का भारत आना निरंतर जारी है, जबकि सीमा पार नेपाल के सुदूरपश्चिम प्रदेश में कोविड-19 संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। यहां कोरोना से 30 लोगों की मौत हो चुकी है। सीमा पर आवागमन प्रतिबंधित होने के बावजूद रोज हजारों नेपाली नागरिक बिना मेडिकल परीक्षण के भारत के विभिन्न महानगरों में जा रहे हैं।

दशहरा व दीपावली पर्व की समाप्ति के बाद नेपाली लोग गौरीफंटा बॉर्डर से भारत में बिना रोक टोक प्रवेश कर रहें है। एसएसबी बीओपी चेकपोस्ट पर तैनात जवानों ने बताया कि जो नेपाली भारत जा रहें हैं, उनके पास आधार कार्ड आदि भारत के पहचान पत्र होते है, उन्हें कैसे रोका जा सकता है। भारत व नेपाल के सुरक्षाकर्मियों ने सीमा पर की संयुक्त गश्त तस्करी व अवैध आवागमन पर रोक लगाने के उद्देश्य से रविवार को एसएसबी व नेपाल एपीएफ ने सीमा पर संयुक्त रूप से गश्त की।

सशस्त्र सीमा बल 49वीं वाहिनी पीलीभीत की जी कंपनी कमलापुरी के उप निरीक्षक जीआर सोलंकी ने बताया कि नेपाल और भारत के बीच नागरिकों की आवाजाही को रोकने तथा तस्करी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से एसएसबी और नेपाल की एपीएफ ने संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय पिलर संख्या 205 से 208 तक गश्त की। गश्त के दौरान दोनों देशों के सुरक्षाकर्मियों ने अराजकतत्वों पर नजर रखने के साथ सीमा की स्थिति का भी आंकलन किया। इस दौरान ये भी देखा गया कि कहीं कोई पिलर तो क्षतिग्रस्त नहीं किया गया है। गश्त करने वालों में सशस्त्र सीमा बल कमलापुरी के उप निरीक्षक घेवर राम सोलंकी, सहायक उपनिरीक्षक छोटेलाल, महिला उपनिरीक्षक अनु केनीकल, तरुण व सुमन तथा नेपाल एपीफ के निरीक्षक कृष्णराज अधिकारी, सहायक उपनिरीक्षक प्रेम सिंह धामी, सिपाही जीवन चौधरी, विशेष चौधरी और नरेश पाल आदि शामिल थे।

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