दावत, दारू के बीच वोटरों को लुभा रहे उम्मीदवार

पंचायत चुनाव में एक ओर दावतों का दौर चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 10:48 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 10:48 PM (IST)
दावत, दारू के बीच वोटरों को लुभा रहे उम्मीदवार
दावत, दारू के बीच वोटरों को लुभा रहे उम्मीदवार

लखीमपुर : पंचायत चुनाव में एक ओर दावतों का दौर चल रहा है, जिसमें खाने के साथ शराब भी परोसी जाती है। दूसरी ओर वोटरों को धन का लालच देकर लुभाने की तैयारी भी चल रही है, जो चिता का विषय है।

पंचायत चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए प्रत्याशी तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। गांवों में शाम के समय दावतों की महफिलें सजती हैं। इसमें वोटरों के खाने-पीने का विशेष प्रबंध करते हुए बिरियानी, पूड़ी आलू व दाल, सब्जी की व्यवस्था की जाती है। पीने-पिलाने वाले वोटरों के लिए खास तौर से शराब की भी व्यवस्था होती है। यही नहीं कुछ उम्मीदवारों ने महिलाओं को कपड़े बांटने की तैयारी की है, तो कुछ उम्मीदवारों ने मुहल्ले में खंभों पर आनन-फानन बिजली के बल्ब टंगवा दिए। चुनाव आयोग की सख्ती के बावजूद गांवों के भीतर खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। प्रशासन इसे रोकने में अब तक नाकाम है। पुलिस की गश्त और सख्ती का असर सिर्फ सड़कों पर दिखता है, गांव के भीतर नहीं।

जानकार बताते हैं कि गांव में गरीब तबके के वोटरों को कुछ रुपये देकर अपने पक्ष में वोट देने के लिए राजी करने की तैयारी है, हालांकि चुनाव आयोग की सख्ती के चलते पुलिस ने गांव-गांव जाकर लोगों समझाया है। थानों पर मीटिग कर प्रत्याशियों को हिदायत दी गई है लेकिन, गांव के भीतर वोटरों को लुभाने के सभी प्रयास जारी हैं। कई पर रिपोर्ट, लेकिन रैलियों पर अंकुश नहीं नीमगांव थाना क्षेत्र के दर्जनों गांवों में खुलेआम सैकड़ों लोग वोट मांगने निकल रहे हैं। प्रत्याशी अपना पक्ष मजबूत करने के लिए गांव में सैकड़ों की तादात में लोगों को इकठ्ठा कर उनकी दावतें करते हैं। हाल ही में चुनाव आचार संहिता उल्लंघन के कई मुकदमे लिखे गए हैं लेकिन, रैलियों पर अंकुश नहीं लग सका है। अक्सर रात के समय गांवों में दर्जनों की भीड़ निकलती है। बड़ी वजह यह है कि सैकड़ों गांवों में शाम को पुलिस का पहुंचना संभव नहीं है। किसी शिकायत पर ही पुलिस पहुंच पाती है। इस बीच प्रत्याशी अपना काम कर लेते हैं।

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