बच्चों के लिए वापस मिला 51.5 हजार क्विंटल अनाज

मार्च 2021 में परिषदीय स्कूल के 5.67 बच्चों का लैप्स हुआ 51.5 हजार क्विंटल खाद्यान्न वापस

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 10:53 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 10:53 PM (IST)
बच्चों के लिए वापस मिला 51.5 हजार क्विंटल अनाज
बच्चों के लिए वापस मिला 51.5 हजार क्विंटल अनाज

लखीमपुर : मार्च 2021 में परिषदीय स्कूल के 5.67 बच्चों का लैप्स हुआ 51.5 हजार क्विंटल खाद्यान्न वापस मिल गया है। स्कूलों में खाद्यान्न पहुंचाने के लिए एफसीआइ ने कोटेदारों को आवंटन शुरू कर दिया है। रसोइयों का महीनों से रुका मानदेय भी शासन ने जारी कर दिया है। इस आवंटन से अगले चार महीने तक बिना बाधा बच्चों को भोजन मिलता रहेगा।

खाद्यान्न न मिलने से स्कूल में बच्चों के भोजन पर संकट छा गया था, वहीं मानदेय के लिए रसोइया परेशान थे। रसोइयों ने इस मुद्दे पर हाल ही में प्रदर्शन किया था।

अधिकारियों के मुताबिक, मार्च महीने में अतिरिक्त आवंटन के रूप में 51.5 हजार क्विंटल दिया गया था, लेकिन उस समय होली का त्योहार पड़ने और एफसीआई द्वारा ट्रांसपोटेशन की व्यवस्था न करने से अनाज स्कूलों तक नहीं पहुंच पाया था। इसके कारण स्कूलों में मध्यांह भोजन की व्यवस्था पटरी से उतरने लगी थी। कई स्कूलों में अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान भी यह पाया गया कि खाद्यान्न की कमी के कारण बच्चों को भोजन नहीं मिल पा रहा है। इसके बाद बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने तीन से चार पत्र निदेशक मध्यांह भोजन को भेजा। इसके साथ ही कन्वर्जन कास्ट और रसोइयों का मानदेय भी जारी कर दिया गया है। फल का नहीं मिला पैसा

स्कूलों में मीनू के अनुसार बच्चों को खाना देना है। इसके लिए प्रत्येक सप्ताह का चार्ट बनाया गया है। जिसमें खीर, हलवा, तहरी, दूध, फल आदि का प्रावधान है, लेकिन जो बजट जारी किया गया है उसमें फल खरीदने के मद में एक भी पैसा नहीं दिया गया है। जानिए किस मद में कितना मिला बजट

1065.76 लाख रुपये परिषदीय स्कूलों में कन्वर्जन कास्ट के लिए

487.76 लाख रुपये रसोइयों का मानदेय देने के लिए

44.97 लाख रुपये परिवहन लागत के लिए एफसीआई को

55500 क्विंटल खाद्यान्न आवंटन हुआ है जिलेभर के लिए

135.67 लाख रुपये है कुल आवंटन की कीमत बीएसए डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय कहते हैं कि स्कूलों में एमडीएम लगातार बन रहा था। कहीं कोई बाधा नहीं थी, लेकिन लैप्स खाद्यान्न के दोबारा आवंटन से स्थित और बेहतर हो गई है। रसोइयों का मानदेय भी उनके खातों में भेजा जा रहा है। स्कूल में बाउंड्रीवाल न होने से बच्चों को खतरा विकासखंड निघासन के ग्राम पंचायत दौलतापुर के कंपोजिट विद्यालय नौगंवा दौलतापुर में बाउंड्रीवाल न होने के कारण बच्चों को हमेशा खतरा बना रहता है। बेसहारा पशुओं सहित चोरों का भी डर बना रहता है। प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय दौलतापुर में दो विद्यालय एक ही कैंपस में बने हुए हैं लेकिन, यहां की दशा बहुत ही खराब है, क्योंकि विद्यालय में बाउंड्रीवाल न होने की वजह से अध्यापकों काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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