डीपीआरओ को भारी पड़ी उदासीनता, निलंबित

पंचायत भवन में प्रगति न होने शौचालय निर्माण में दोषी पर कार्रवाई न करने का आरोप। सीडीओ ने बताया कि संबंधित आदेश मिल गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Aug 2020 11:04 PM (IST) Updated:Fri, 28 Aug 2020 06:10 AM (IST)
डीपीआरओ को भारी पड़ी उदासीनता, निलंबित
डीपीआरओ को भारी पड़ी उदासीनता, निलंबित

लखीमपुर: जिला पंचायत राज अधिकारी अजय श्रीवास्तव को अपने पदीय दायित्वों के प्रति उदासीनता बरतना नाम भारी पड़ गया। शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया है। उन पर पदीय दायित्व निर्वहन न करने, उदासीनता बरतने, अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना, पंचायत भवन में अपेक्षित प्रगति न होने और शौचालय निर्माण में दोषी पर कार्रवाई न करने का आरोप है। इसके अलावा शासन से नामित नोडल अधिकारी/ मंडलायुक्त के भ्रमण के दौरान बिना अवकाश स्वीकृत जिले से बाहर चले जाने का भी आरोप है। निलंबन आदेश में व्यक्तिगत लाभार्थियों के खाते में शासकीय धनराशि हस्तांतरण में प्रगति न करने के अलवा बीडीओ की जांच में दोषी ग्राम पंचायत अधिकारी दिलीप गुप्ता पर कार्रवाई न करने का मामला भी है। अपर मुख्य सचिव पंचायती राज मनोज कुमार ने डीपीआरओ को निलंबित करते हुए डीएम और सीडीओ को आदेश भेज दिया है। बताते चलें कि इससे पहले भी सीडीओ ने समीक्षा के बाद डीपीआरओ को सुधार की चेतावनी दी थी। इसके अलावा प्रतिकूल प्रविष्टि जारी करने के साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी सिफारिश की थी। सीडीओ ने बताया कि पूरे मामले की जांच डीडी अयोध्या मंडल को सौंपी गई है। वहीं दूसरी ओर डीपीआरओ को निलंबित करते हुए उनको निलंबन की अवधि में लखनऊ कार्यालय से सम्बद्ध किया गया है। अब उपनिदेशक पंचायत अयोध्या मंडल अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेंगे। सीडीओ ने बताया कि

डीपीआरओ अजय श्रीवास्तव के निलंबन सम्बन्धी अपर मुख्य सचिव पंचायती राज मनोज कुमार का आदेश मिल गया है।

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