दारोगा से मारपीट के मुकदमे में पूर्व विधायक समेत 17 आरोपित बरी

वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान दारोगा के साथ हुई मारपीट का मामला।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 10:46 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 10:46 PM (IST)
दारोगा से मारपीट के मुकदमे में पूर्व विधायक समेत 17 आरोपित बरी
दारोगा से मारपीट के मुकदमे में पूर्व विधायक समेत 17 आरोपित बरी

लखीमपुर : वर्ष 2015 में हुए पंचायत चुनाव के मतदान के दौरान दारोगा के साथ हुई मारपीट के मुकदमे में में पूर्व सपा विधायक सुनील लाला सहित 17 आरोपितों को एडीजे-एमपी, एमएलए विशेष अदालत ने बरी कर दिया गया है। अदालत का फैसला आते ही पूर्व विधायक व उनके समर्थक खुशी से झूम उठे और उन्होंने कहा कि अदालत से उन्हें न्याय मिला है। पिछले पंचायत चुनाव के दौरान मितौली के प्राथमिक स्कूल के बूथ के पास मतदान के दौरान ड्यूटी पर लगे एक दारोगा से मारपीट किए जाने का मामला सामने आया था। इसमें उक्त दारोगा ने तत्कालीन सपा विधायक सुनील कुमार लाला सहित 19 लोगों के खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। पांच साल से इस मामले की सुनवाई चल रही थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिले की एमपी, एमएलए की विशेष कोर्ट में मामले की सुनवाई चल रही थी। गुरुवार को विशेष सत्र न्यायालय एमपी, एमएलए कोर्ट के जज राजेश कुमार चतुर्थ ने पूर्व विधायक सुनील लाला सहित 17 लोगों को बरी कर दिया है। दौरान मुकदमा दो आरोपितों की मौत हो चुकी है। कोर्ट से बरी हुए पूर्व सपा विधायक सुनील लाला ने बताया कि उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा था। सत्य की जीत हुई है। जहर देकर हत्या करने के आरोप में तीन के विरुद्ध केस दर्ज मोहम्मदी क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व मित्र की बहन के घर होली मिलने गए युवक की मौत के बाद मृतक के पिता ने उसके तीनों दोस्तों के विरुद्ध जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने तहरीर मिलने पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर किया है।

ग्राम बेनी राजापुर निवासी इंद्रपाल ने बताया कि उसका 22 वर्षीय पुत्र प्रदीप अपने दोस्त हरिकेश उर्फ रामखेलावन व सियाराम निवासी बेनी व राजकुमार निवासी ग्राम पिपरी थाना पुवायां जिला शाहजहांपुर के साथ होली मिलने एक अप्रैल को राजकुमार की बहन सुनीता पत्नी वीरपाल निवासी भगवतीपुर थाना पूरनपुर जिला पीलीभीत के यहां गया था। उसके पुत्र प्रदीप के पास मोबाइल भी था। आरोप है कि दो अप्रैल को सुबह लगभग छह बजे उसे हरिकेश का फोन आया कि प्रदीप की तबीयत खराब होने के कारण उसकी मृत्यु हो गई है। सूचना पर इंद्रपाल व उसकी पत्नी रामश्री मौके पर जाने के लिए निकले। तभी रास्ते में ग्राम शेखापुर के आगे ग्राम भूड़ा के पास चार पहिया गाड़ी से ये लोग मिले। जिन्होंने उसके पुत्र प्रदीप के शव को मौके पर ही फेंक दिया और वहां से भाग गए। इंद्रपाल व सियाराम का आपस में कोल्हू का काम है और उसका चार लाख रुपया सियाराम के ऊपर था। इसी रंजिश के कारण दो अप्रैल को सुबह छह बजे ग्राम भगवतीपुर में लोगों ने उसके बच्चे को जहर देकर मार डाला है।

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