नहीं सुलझी चार मासूमों की मौत की गुत्थी

क्षेत्र के गांव सिसई में चार मासूमों की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम से भी नहीं सुलझ पाई है। चिकित्सकों ने मौत को सस्पेक्टेड प्वाइजनिग बताते हुए बिसरा सुरक्षित रखा गया है। अब मौत के कारणों का खुलासा बिसरा परीक्षण के बाद ही हो पाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Nov 2019 12:13 AM (IST) Updated:Mon, 18 Nov 2019 06:08 AM (IST)
नहीं सुलझी चार मासूमों की मौत की गुत्थी
नहीं सुलझी चार मासूमों की मौत की गुत्थी

कुशीनगर : क्षेत्र के गांव सिसई में चार मासूमों की मौत की गुत्थी पोस्टमार्टम से भी नहीं सुलझ पाई है। चिकित्सकों ने मौत को सस्पेक्टेड प्वाइजनिग बताते हुए बिसरा सुरक्षित रखा गया है। अब मौत के कारणों का खुलासा बिसरा परीक्षण के बाद ही हो पाएगा। दूसरी तरफ प्रशासनिक व चिकित्सकों की टीम घटना के दूसरे दिन रविवार को गांव पहुंची, तो बचाव के लिए निरोधात्मक उपाय किए गए। ब्लीचिग, दवा छिड़काव, सफाई अभियान चलाया गया। लोगों को स्वच्छता पूर्वक रहने व खानपान में भी साफ सफाई बरतने की ताकीद की गई। बावजूद इसके गांव के कई परिवार दहशत में पलायन कर गए हैं। कुड़वा दिलीपनगर गांव के इस पुरवे पर अनुसूचित नट जाति के 25-30 परिवार रहते हैं। इन परिवारों में अधिकांश की माली स्थिति खराब है। बीते तीन दिनों के भीतर एक ही घर के चार मासूम बच्चों हिमांशु (11), संजीत (तीन), नीतीश (पांच), दिलजले (तीन) की मौत हो गई। मौत से पूर्व सभी बच्चों के मुंह से सफेद झाग आया था। स्वास्थ्य विभाग की अलग-अलग टीमें गांव में कैंप कर रही हैं। चिकित्सक मौत का कारण वाली बीमारी नहीं बता सके, तो प्रशासन ने मृतक बच्चों में संजीत, दिलजले व नीतीश का भी पोस्टमार्टम कराया। रविवार को आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, डीएम डॉ. अनिल कुमार सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक पांडेय, सीएमओ डॉ. सुदर्शन सोनकर, राजेश प्रताप राव, डॉ. संजय सिंह, डॉ. मैनेजर यादव आदि गांव पहुंचे। सभी ने अपने-अपने तरीके से लोगों से बातचीत की और घटना की तह में जाने की कोशिश की। मृतक बच्चों के परिजनों से बातचीत की। बच्चों को कब-कब, क्या-क्या खिलाया गया था, इसकी भी जानकारी ली।

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खान-पान के लिए गए नमूने लिए

प्रशासन ने मृत बच्चों के घर में पकी ब बिना पकी खाद्य सामग्री को सीज किया है। मौके से मछली का चोखा पाया गया है। खाद्य सामग्रियों को लैब टेस्टिग को भेजा जाएगा।

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तालाब में पाई गई मरी मछलियां

गांव के एक तालाब में भारी संख्या में मृत मछलियां पाई गईं हैं। लोगों को संदेह हैं कि जहरीले रसायन से इनकी मौत हुई है। अंदेशा लगाया जा रहा है कि कहीं बच्चों ने मृत मछलियों का तो सेवन नहीं कर लिया, जो मौत का वजह बनी।

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बच्चों के मौत के कारणों का सही पता नहीं चल सका है। हर पहलुओं की जांच की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग गांव में कैंप कर रही है। सभी निरोधात्मक उपाय किए गए हैं। लोगों को भयभीत होने की कोई जरूरत नहीं है। बिसरा व खाद सामग्री जांच के लिए लेब्रोटरी भेजा गया है। शीघ्र ही सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा।

अभिषेक कुमार पांडेय

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, कसया

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