20 घंटे से विद्युत आपूर्ति ठप, हाहाकार

विद्युत आपूर्ति ठप होने से लोगों को काफी कठिनाइयां झेलनी पड़ी। अधिकांश घरों के इन्वर्टर डिस्चार्ज हो गए घरों में अंधेरा हो गया। नगर के कई मोहल्लों की जलापूर्ति भी प्रभावित रही। रात आठ बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 May 2021 11:55 PM (IST) Updated:Fri, 28 May 2021 11:55 PM (IST)
20 घंटे से विद्युत आपूर्ति ठप, हाहाकार
20 घंटे से विद्युत आपूर्ति ठप, हाहाकार

कुशीनगर : आंधी और बारिश की वजह से विद्युत उपकेंद्र पडरौना की सप्लाई व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई है। नगर के कठकुइयां मोड़ और बड़हरागंज रेलवे स्टेशन के समीप हाइटेंशन लाइन के विद्युत पोल टूट जाने की वजह से 20 घंटे से आउटगोइंग के सभी फीडर से आपूर्ति रोक दी गई है। बारिश में भीगकर अवर अभियंता सर्वेश दूबे के नेतृत्व में लाइनमैन व कर्मचारियों की टीम दिन भर मरम्मत कार्य में जुटी रही।

विद्युत आपूर्ति ठप होने से लोगों को काफी कठिनाइयां झेलनी पड़ी। अधिकांश घरों के इन्वर्टर डिस्चार्ज हो गए, घरों में अंधेरा हो गया। नगर के कई मोहल्लों की जलापूर्ति भी प्रभावित रही। रात आठ बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी। अवर अभियंता ने बताया कि कठकुइयां मोड़ पर टूटे दोनों पोलों की जगह नए पोल लगा दिए गए हैं। बड़हरागंज रेलवे स्टेशन के पास का टूटा पोल भी बदल दिया गया है। कटनवार रोड और परसौनी कला में 11 हजार केवीए लाइन पर गिरे बांसों को बारिश में भीगकर कर्मचारी काट दिए हैं। पडरौना नगरपालिका के अध्यक्ष विनय जायसवाल और ईओ एएन सिंह ने पूरी मदद की है। उनकी ओर से जेसीबी और कर्मचारियों को लगाया गया था। बताया कि विद्युत तारों को ठीक करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। उम्मीद है कि रात में आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। मरम्मत कार्य में लाइनमैन संतोष मिश्रा, संजय दूबे, अनिल तिवारी, राजेश दूबे, धनंजय मिश्रा, किशुन कुशवाहा, अजय दूबे, राजन श्रीवास्तव आदि पूरी तन्मयता से जुटे हुए हैं।

छात्रा के खाते से जालसाजों ने उड़ाए 40 हजार रुपये

पटहेरवा थाना के समउर बाजार निवासी बी-फार्मा की छात्रा को आनलाइन लहंगा मंगाना महंगा पड़ गया। साइबर अपराधियों ने छात्रा के खाते से 40 हजार रुपये उड़ा लिए। पीड़िता ने साइबर सेल व मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। कस्बा निवासी चंद्रशेखर पांडेय की पुत्री कृतिका ने अपनी छोटी बहन प्राजू पांडेय के लिए आनलाइन लहंगा बुक किया था। बीते 19 मई को होम डिलेवरी कर एजेंट नकद 1550 रुपये लेकर चला गया। पैकिग खोला गया तो लहंगा की जगह साडी का कटपीस मिला। शिकायत दर्ज कराने पर पैसा वापस करने के लिए कंपनी द्वारा खाता नंबर मांगा गया। एटीएम पासवर्ड मांगा। इन्कार करने पर एक मैसेज भेज वेरिफाई करने के लिए कहा। ऐसा करते ही मोबाइल फोन पर खाते से पैसा कटने का मैसेज आने लगा। जब तक स्वजन बैंक पहुंचकर खाते को लाक कराते खाते में स्कालरशिप के आए 40 हजार रुपये पर साइबर अपराधियों ने हाथ साफ कर लिया।

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