रोडवेज व रेलवे स्टेशनों पर कम दिखे यात्री

लोगों ने पूर्व में लंबी दूरी की बनी बनाई आने-जाने की योजना शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर अचानक स्थगित कर दी। रोडवेज बस स्टेशन प्राइवेट बस स्टेशन यात्रियों से खाली रहे। रोडवेज बसें प्राइवेट बसें टेंपो जीप ई-रिक्शा चौराहों व सड़कों पर नहीं दिखे। इक्का-दुक्का आए भी तो सवारी न मिलने से लौट गए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 09 Nov 2019 10:41 PM (IST) Updated:Sat, 09 Nov 2019 10:41 PM (IST)
रोडवेज व रेलवे स्टेशनों पर कम दिखे यात्री
रोडवेज व रेलवे स्टेशनों पर कम दिखे यात्री

कुशीनगर : लोगों ने पूर्व में लंबी दूरी की बनी बनाई आने-जाने की योजना शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर अचानक स्थगित कर दी। रोडवेज बस स्टेशन, प्राइवेट बस स्टेशन यात्रियों से खाली रहे। रोडवेज बसें, प्राइवेट बसें, टेंपो, जीप, ई-रिक्शा चौराहों व सड़कों पर नहीं दिखे। इक्का-दुक्का आए भी तो सवारी न मिलने से लौट गए। जरूरी कार्य से लोग बाइक व कार का प्रयोग किए।

रोडवेज बस स्टेशन पर मिले जितेंद्र मद्देशिया ने कहा मुझे गोरखपुर जाना था, लेकिन स्थगित कर दिया। विनय गोंड ने कहा गोरखपुर सामान की खरीद करने के लिए जाने की योजना थी। नगर के सुभाष चौक पर मिले खिरकिया गांव के रामअशीष को दवा के लिए गोरखपुर जाना था। बताया कि सुबह ही निकलने की इच्छा थी, लेकिन सोचा कि कोर्ट का फैसला आ जाए तो माहौल की जानकारी मिल जाएगी। सब कुछ ठीकठाक है, अब गोरखपुर निकल रहा हूं। उनसे कुछ दूर बस का इंतजार कर रहे जंगल नौगांवा के महेश खड़े थे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में एक मित्र के यहां गृहप्रवेश है। सोंचा की दोपहर बाद ही निकलूंगा, तब तक माहौल की जानकारी हो जाएगी।

सासामुसा जाने के लिए रेलवे स्टेशन पर खड़े अवधेश कुमार ने कहा कि रिश्तेदारी में जाना है। सुबह वाली ट्रेन से जाना चाहता था, लेकिन सुप्रीमकोर्ट का फैसला आने तक गांव में ही रहना मुनासिब समझा। तमकुहीरोड जाने के लिए डेमू का इंतजार कर रहे रमेश कुशवाहा ने कहा कि सबकुछ ठीक है। कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है।

chat bot
आपका साथी