परिणयसूत्र में बंधे पंद्रह निर्धन जोड़े

कुशीनगर : पुराणों में कन्यादान को सभी दान से बड़ा बताया गया है। इसे मोक्ष प्राप्ति का साधन भी बताया ग

By Edited By: Publish:Sun, 19 Feb 2017 11:56 PM (IST) Updated:Sun, 19 Feb 2017 11:56 PM (IST)
परिणयसूत्र में बंधे पंद्रह निर्धन जोड़े
परिणयसूत्र में बंधे पंद्रह निर्धन जोड़े

कुशीनगर : पुराणों में कन्यादान को सभी दान से बड़ा बताया गया है। इसे मोक्ष प्राप्ति का साधन भी बताया गया है। ऐसे में पंद्रह निर्धन कन्याओं का सामूहिक विवाह कराना पुनीत व महान कार्य है। यह बातें रविवार को तरयासुजान थाना क्षेत्र के किनवारी टोला मे रामचंद्र ठकुराई जनकल्याण सेवा संस्थान के तत्वावधान मे आयोजित सामूहिक विवाह एवं सहभोज कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते पूर्व विधायक डा. पीके राय ने कही। कहा कि निर्धन कन्याओं के सामूहिक विवाह की तुलना सौ यज्ञों के समान है। डा नीला राय शर्मा ने कहा कि समाज के गरीब मजलूमों की सेवा ही असली सेवा है। सामूहिक विवाह में बबीता संग अनिल, नीला संग बीरबल, किसनावती संग अजय, गायत्री संग सिकंदर, शकुंतला संग छोटे वर्मा, शोभा संग राजेश, सुखली संग बुटाई, अनिता संग उमाशंकर, पूनम संग मुकेश अंगीरा संग विवेक, ¨मटी संग रमेश, मीरा संग मुन्नीलाल, मनीषा संग अर्जुन, ¨पकी संग जयराम, रंजू संग विजय कुमार वैदिक मंत्रोच्चार और मंगल गीतों के साथ एक दूसरे के हुए। नव दंपती की विदाई में पलंग, बिस्तर, सहित गृहस्थी की आवश्यक वस्तुएं उपहार में दी गईं। महिलाओं नें नम आंखों से जब दुल्हनों को विदा किया तो समूचा वातावरण भावुक हो उठा। आयोजक अवध ठकुराई ने सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। संचालन कुंडल बाबा ने किया। इस दौरान कुंवर शाही, नरायन गुप्ता, अजय शाही, काशीनाथ ठकुराई, खुर्शीद आलम, बच्चा राय, सुरेन्द्र राय, प्रधान आशुतोष राय, दीपू ¨सह, नितेश कुमार राणा, ओमप्रकाश मिश्र, अर¨वद राय आदि उपस्थित थे।

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