धन निकलने के बाद भी नहीं खरीदी गई पुस्तकें

By Edited By: Publish:Sat, 26 Jul 2014 10:26 PM (IST) Updated:Sat, 26 Jul 2014 10:26 PM (IST)
धन निकलने के बाद भी नहीं खरीदी गई पुस्तकें

कुशीनगर: परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए शासन द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके क्रम में पिछले वर्ष टीएलई योजना के तहत प्राथमिक विद्यालयों पर आलमारी, मेज तथा मानचित्र आदि की खरीद होनी थी । परंतु हाटा विकास खंड के कई प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में खाते से धन तो आहरित हो गए, परंतु सामग्रियां नहीं खरीदी गई।

विकास खंड के गांव कपूर पिपरा में ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां पचफेड़वा टोले पर स्थित प्राथमिक विद्यालय में टीएलई के तहत 2 मई 2013 को बीस हजार रुपये प्रधान व प्रधानाध्यापक के संयुक्त खाते से निकाला गया, जहां अब तक न तो आलमारी खरीदी गई और न ही अन्य पाठ्य सामग्रियां। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक मोतीलाल बर्नवाल ने कहा कि चेक पर हस्ताक्षर कराकर प्रधान ने पैसा ले लिया था। जिससे सामग्रियां नहीं खरीदी गई। खंड शिक्षाधिकारी हाटा ध्रुव प्रसाद जायसवाल ने कहा कि मामला संज्ञान में है। अगर सोमवार तक सामग्रियां नहीं खरीदी गई तो प्रधानाध्यापक का वेतन रोक लिया जायेगा। प्रधान ओम प्रकाश गुप्त का कहना है कि शिक्षक का आरोप गलत है। पैसा निकालते समय हम समझ नहीं पाए थे कि किस योजना का पैसा है।

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