कुशीनगर में जलस्तर बढ़ने से 10 मीटर और कटा स्लोप

कुशीनगर में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है अब तक नदी में समा चुका है बंधे के स्लोप का 38 मीटर हिस्सा नदी का रुख देख ग्रामीण भयभीत नाकाफी बता रहे बचाव कार्य।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 12:24 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 12:24 AM (IST)
कुशीनगर में जलस्तर बढ़ने से 10 मीटर और कटा स्लोप
कुशीनगर में जलस्तर बढ़ने से 10 मीटर और कटा स्लोप

कुशीनगर : नारायणी नदी के वाल्मीकि नगर बैराज से रविवार को पानी का डिस्चार्ज 1.5 लाख क्यूसेक हो गया। इसकी वजह से तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में स्थित एपी बांध के किमी 12.860 बाघाचौर के नोनिया पट्टी में नदी की कटान से स्पर का 10 मीटर स्लोप और कट गया है। बीते दो दिन में 38 मीटर स्लोप कट चुका है। विभाग बैग में मिट्टी डालकर व गैवियान के माध्यम से बचाव कार्य में जुटा है।

फिलहाल बांध के किमी 17 अहिरौलीदान के कचहरी टोला, किमी 12.500 से 13.500 बाघाचौर नोनिया पट्टी के सामने, नरवाजोत विस्तार बांध, अमवाखास बांध के किमी 7.500 से किमी 8.600 व लक्ष्मीपुर में स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। कचहरी टोला, नरवाजोत-पिपराघाट बांध के किमी 950 से किमी 1.1450 पर स्लोप पर बचाव कार्य चल रहा है। दूसरी ओर पिपराघाट में लगे गेज पर जलस्तर में 15 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। नदी खतरे के निशान 76.20 मीटर से 1.10 मीटर नीचे 75.10 मीटर पर बह रही है। नदी की तेज धारा और कटान के चलते तटवर्ती गांवों के लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है। बाघाचौर, अहिरौलीदान, नोनियापट्टी आदि गांवों के लोगों का कहना है कि नदी काफी उग्र दिख रही है। बंधे पर लगातार दबाव बढ़ा रही है। पानी बढ़ा तो स्थिति संभालना मुश्किल हो जाएगा।

बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता एमके सिंह ने कहा कि बांध सुरक्षित है। जिस जगह स्पर पर कटान हुई है उसकी मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।

सांसद ने किया कटानस्थल का निरीक्षण

नेबुआ नौरंगिया ब्लाक के मड़ार बिदवलिया गांव के क्रांति चौराहे के समीप नौका टोला के किनारे हो रहे कटान का सांसद विजय कुमार दूबे ने निरीक्षण किया। उन्होंने दूरभाष पर विभागीय अधिकारियों को कटान रोकने के लिए निर्देशित किया।

लगातार हो रही बारिश से छोटी गंडक का जलस्तर बढ़ने लगा है। पानी के दबाव से नदी के किनारे कट रहे हैं। नौका टोला में बसे दो दर्जन लोगों के घर कभी भी नदी में विलीन हो सकते हैं। सांसद ने बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता एवं एसडीओ से दूरभाष पर बात कर तत्काल कटान रोकने के लिए प्रबंध करने को कहा।

chat bot
आपका साथी