शट डाउन मांगने आए युवक ने एसएसओ को पीटा

जासं कौशांबी सब स्टेशन पर फोन कर शट डाउन मांगने वाले युवक से सेकेंड सब स्टेशन अफ्सर (एसएसओ) ने नाम व पता पूछता तो उसने वह तैश में आ गया। सब स्टेशन पहुंचकर युवक ने पीट दिया। इसको लेकर कर्मचारियों ने पुलिस को तहरीर देकर युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी। कर्मचारी काम नहीं करेंगे। सुबह से ही करीब एक दर्जन से अधिक गांव की बिजली गुल है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 May 2019 11:11 PM (IST) Updated:Fri, 24 May 2019 06:20 AM (IST)
शट डाउन मांगने आए युवक ने एसएसओ को पीटा
शट डाउन मांगने आए युवक ने एसएसओ को पीटा

जासं, कौशांबी : सब स्टेशन पर फोन कर शट डाउन मांगने वाले युवक से सेकेंड सब स्टेशन अफ्सर (एसएसओ) ने नाम व पता पूछता तो उसने वह तैश में आ गया। सब स्टेशन पहुंचकर युवक ने पीट दिया। इसको लेकर कर्मचारियों ने पुलिस को तहरीर देकर युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और कहा कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी। कर्मचारी काम नहीं करेंगे। सुबह से ही करीब एक दर्जन से अधिक गांव की बिजली गुल है।

पीपलगांव विद्युत सब स्टेशन क्षेत्र के दामूपुर ग्राम प्रधान के करीबी ने बुधवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे सब स्टेशन में फोन कर शट डाउन मांगा। वहां तैनात रहे एसएसओ गुड्डू ने युवक से शट डाउन का कारण और नाम पूछा तो युवक तैश में आ गया। उसने खुद को न पहचान पाने को लेकर नाराजगी जताई और फोन पर ही विवाद कर लिया। एसएसओ ने बिना कारण बताए शटडाउन देने से मना कर दिया। इस पर युवक अपने साथियों के साथ सब स्टेशन आ गया। उसने गुड्डू को पीट दिया। मामले की जानकारी होने पर सभी कर्मचारी सब स्टेशन आ गए। उन्होंने मामले को लेकर पुलिस को तहरीर दी। साथ ही कार्रवाई न होने तक आपूर्ति बंद कर दी। घटना के बाद से ही सब स्टेशन अंतर्गत आने वाले तारापुर, जलालपुर, मदारीपुर, कटहुला, शेरपुर, बिसौना, असरावल और घोषी गांव की आपूर्ति कर्मचारियों ने बंद कर दिया। घटना की जानकारी होने पर अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कर्मचारियों को कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद शाम करीब सात बजे के बाद क्षेत्र की आपूर्ति बहाल हुई। अधिकारियों के आश्वासन पर माने संविदा कर्मी

जासं, कौशांबी : मंझनपुर सब स्टेशन में लाइन मैन व अन्य पदों पर तैनात संविदा कर्मियों को अक्टूबर से मानदेय नहीं मिला था। इसको लेकर उन्होंने काम बंद कर बुधवार की सुबह से ही हड़ताल शुरू कर दी। अधिकारियों के आश्वासन के बाद उन्होंने हड़ताल समाप्त कर दी।

संविदा कर्मियों को कई माह से मानदेय नहीं मिला था। इसको लेकर वह लगातार परेशान हो रहे थे। सोमवार को उन्होंने मानदेय न मिलने पर अधिशासी अभियंता विद्युत कार्यालय में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने बिना मानदेय के भुगतान हुए काम न करने को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसकी जानकारी अधिशासी अभियंता अंकित कुमार को हुई तो वह लेखाकार विपुल श्रीवास्तव के साथ कर्मचारियों के पास पहुंचे। वहां उन्होंने ठेकेदार को बुलाया और भुगतान का निर्देश दिया। ठेकेदार ने एक माह का भुगतान तुरंत करते हुए शेष भुगतान के लिए समय मांगा। अधिशासी अभियंता ने भी भुगतान दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त कर दी और वह काम पर लौट आए।

chat bot
आपका साथी