युवक की मिली लाश, हत्या का मुकदमा

महेवाघाट थाना क्षेत्र के भंसुरी गांव में खेत में नलकूप के बाहर युवक की लाश पड़ी मिली। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिवार के लोगों ने गांव के ही तीन लोगों पर हत्या की आशंका जाहिर की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 11:08 PM (IST) Updated:Thu, 24 Sep 2020 05:11 AM (IST)
युवक की मिली लाश, हत्या का मुकदमा
युवक की मिली लाश, हत्या का मुकदमा

महेवाघाट थाना क्षेत्र के भंसुरी गांव में खेत में नलकूप के बाहर युवक की लाश पड़ी मिली। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिवार के लोगों ने गांव के ही तीन लोगों पर हत्या की आशंका जाहिर की। पुलिस ने नामजद आरोपितों के खिलाफ एफआइआर लिख जांच शुरू कर दी है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण साफ नहीं हो पाया है। भंसुरी निवासी बब्बू तिवारी की कई साल पहले मौत हो चुकी है। उनका 22 वर्षीय पुत्र ओम नारायण खेती कर अपना खर्च चला रहा था। मंगलवार की रात वह भोजन के बाद फसल की रखवाली के लिए अपने नलकूप की ओर गया था। इस बीच उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सुबह गांव के कुछ लोगों ने उसकी लाश नलकूप के बाहर निर्वस्त्र देखी तो सन्न रह गए। देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। परिवार के लोग भी घटनास्थल पर आकर रोने-चीखने लगे। खबर पाकर इंस्पेक्टर केपी सिंह भी पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने परिवार वालों से बात की तो उन्होंने गांव के ही वशिष्ठ नारायण, शिवभोला व उसके बेटे रामसागर पर पुरानी रंजिश में हत्या की आशंका जाहिर की। मृतक के भाई देवमूरत ने तीनों के खिलाफ तहरीर दी।

अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि भाई की तहरीर पर नामजद आरोपितों के खिलाफ लिखा गया है। पोस्टमार्टम में भी युवक की मौत का कारण साफ नहीं हो पाया। शरीर पर चोट के जाहिरा निशान नहीं मिले। इस पर चिकित्सकों ने प्रयोगशाला से जांच कराने के लिए बिसरा सुरक्षित रखा है।

जहर से मौत की भी है आशंका

ओमनारायण की लाश नलकूप पर मिलने के बाद जुटे ग्रामीणो ने देखा कि महज 10 कदम दूरी पर उसका बिस्तर एक खेत में पड़ा है। बिस्तर बिछा था। उसके अगल-बलग गीली मिट्टी में ऐसे निशान मिले, जिसे देखने से लग रहा है कि दो व्यक्ति वहां बैठे रहे हों। ऐसे में लोगों ने आशंका जाहिर की कि घटना को अंजाम देने में दो या उससे अधिक रहे होंगे। मृतक के शरीर पर कोई चोट के जाहिरा निशान नहीं दिखे। नतीजतन लोग इस बात की आशंका जाहिर कर रहे हैं कि किसी चीज में जहर मिलाकर पिलाया गया होगा।

प्रयागराज के अस्पताल में गए थे स्वजन

मृतक ओमनारायण तिवारी चार भाइयों में तीसरे नंबर का था। उसकी शादी नहीं हुई थी। दूसरे नंबर के भाई बद्री नारायण के एक वर्षीय बेटे राघव की तबियत मंगलवार को खराब हो गई थी। बद्री नारायण व देवमूरत उसे लेकर मंझनपुर के निजी अस्पताल पहुंचे। हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने उसे प्रयागराज के निजी अस्पताल रेफर कर दिया। बद्री नारायण ने बताया कि रात करीब 10 बजे तक ओमनारायण से उन लोगों की बातचीत हुई, लेकिन इसके बाद उसका फोन नहीं लगा। इलाज के लिए पैसों की आवश्यकता थी। इसी वजह से ओमनारायण को फोन किया गया था। दूसरे दिन सुबह गांव के ही एक व्यक्ति के मोबाइल पर फोन लगाकर बद्री नारायण ने अपने छोटे भाई हृदय नारायण से बातचीत की और कहा कि वह नलकूप जाकर ओमनारायण से बात कराए। हृदय नारायण खेत की तरफ जा रहा था, तभी रास्ते में मिले कुछ लोगों ने ओमनारायण की लाश मिलने की खबर दी। राघव का किसी तरह इलाज कराकर बद्री नारायण व देवमूरत अस्पताल से घर पहुंचे।

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