नए जिलाध्यक्ष को लेकर कांग्रेस में दो गुट, इस्तीफा की चेतावनी

जिला कांग्रेस कमेटी में नए जिलाध्यक्ष अरुण विद्यार्थी के बनने की घोषणा होते ही जनपद में सरगर्मी शुरू हो गई। है। कुछ सदस्यों ने तो गैर जनपद के व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बनाने का विरोध करते हुए गुरुवार को जिला मुख्यालय मंझनपुर में बैठक की और पार्टी हाईकमान को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी न हुई तो वह अपने पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी के कार्यक्रमों को नजरंदाज करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 10:37 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 10:37 PM (IST)
नए जिलाध्यक्ष को लेकर कांग्रेस में दो गुट, इस्तीफा की चेतावनी
नए जिलाध्यक्ष को लेकर कांग्रेस में दो गुट, इस्तीफा की चेतावनी

जासं, कौशांबी : जिला कांग्रेस कमेटी में नए जिलाध्यक्ष अरुण विद्यार्थी के बनने की घोषणा होते ही जनपद में सरगर्मी शुरू हो गई। है। कुछ सदस्यों ने तो गैर जनपद के व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बनाने का विरोध करते हुए गुरुवार को जिला मुख्यालय मंझनपुर में बैठक की और पार्टी हाईकमान को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी न हुई तो वह अपने पद से इस्तीफा देते हुए पार्टी के कार्यक्रमों को नजरंदाज करेंगे।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ नेता व पीसीसी सदस्य रमेश अग्रहरि ने कहा कि गैर जनपद के व्यक्ति को पार्टी का जिलाध्यक्ष मनोनीत करके पार्टी हाईकमान ने जनपद के वरिष्ठ पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया है। कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव रामबहादुर त्रिपाठी ने कहा कि सूबे में विपक्षी पार्टियों के अलावा शासन की नीतियों व कार्यक्रमों के विरोध के अलावा कांग्रेस पार्टी की मजबूती को समर्पित भाव से हिस्सेदारी करने वाले दर्जनों कांग्रेसियों की योग्यता व क्षमता पर प्रश्नचिह्न नहीं है। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि पार्टी हाईकमान जिले के सांगठनिक ढांचे व कार्यकर्ताओं के वजूद बचाए रखने के लिए यदि जिलाध्यक्ष पद के लिए पुनर्विचार नहीं करता है तो एक सप्ताह बाद पदाधिकारी अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। बैठक में राजेंद्र त्रिपाठी, सत्येंद्र प्रताप सिंह, श्याममूर्ति तिवारी, कुलदीप शुक्ल, नसीमउद्दीन, संतोष शुक्ल आदि मौजूद रहे।

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