रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम फेल, बर्बाद हो रहा पानी

डार्कजोन कौशांबी में भू-गर्भ जल स्तर को ऊपर लाने के लिए शासन स्तर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्षा जल संचयन के लिए सरकारी कार्यालयों स्कूलों व कालेजों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम तो बनाया गया है लेकिन अधिकतर स्थानों पर बनाए गए वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम काम नहीं कर रहे हैं जिसकी वजह से बारिश के पानी का संचय नहीं हो पा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Jul 2020 11:47 PM (IST) Updated:Mon, 13 Jul 2020 11:47 PM (IST)
रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम फेल, बर्बाद हो रहा पानी
रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम फेल, बर्बाद हो रहा पानी

डार्कजोन कौशांबी में भू-गर्भ जल स्तर को ऊपर लाने के लिए शासन स्तर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। वर्षा जल संचयन के लिए सरकारी कार्यालयों, स्कूलों व कालेजों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम तो बनाया गया है, लेकिन अधिकतर स्थानों पर बनाए गए वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम काम नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से बारिश के पानी का संचय नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह से जिले का भू-गर्भ जल स्तर तेजी से गिर रहा है।

बारिश कम होने व भू-गर्भ जल के लगातार हो रहे दोहन की वजह से सरकार ने वर्ष 2010 में जनपद के छह विकास खंडों को डार्क जोन घोषित कर दिया था। इन विकास खंडों में वर्षा जल संरक्षण के लिए विशेष जोर दिया जा रहा है। बारिश के पानी का संचयन करने के लिए सरकारी कार्यालयों व अन्य भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगाने का निर्देश दिया गया है, लेकिन सरकार की योजना सरकारी इमारतों से ही गुम है। हालत ये है कि जिले के कई सरकारी कार्यालय से रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम गायब हैं। विकास भवन में करीब 12 विभागों के दफ्तर हैं। यहां वह अधिकारी बैठते हैं, जिनके कंधों पर जिले के सूखे को खत्म करने की जिम्मेदारी है। यहां पर रेन हार्वेस्टिग सिस्टम कई वर्ष पहले लगाया गया था, देखरेख के अभाव में बारिश के पानी को संजोने वाले गड्ढे पट गए हैं और बारिश का पानी बह जाता है। जिलाधिकारी कार्यालय में लगाया गया रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम काम नहीं कर रहा है। इसी प्रकार बीएसए कार्यालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंझनपुर, जिला होम्योपैथिक अस्पताल में हार्वेस्टिग सिस्टम नहीं लगाया गया है। इससे बारिश का पानी व्यर्थ हो रहा है और जिले का भू-जल स्तर गिर रहा है। क्या होता है रैन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम

बारिश के पानी को जमीन के अंदर पहुंचाने या फिर संभालकर रखने की प्रकिया को रेन वाटर हार्वेस्टिग कहा जाता है। मोटे तौर पर इसकी दो प्रक्रिया अपनाई जाती हैं। पहली, सरफेस रूफ वाटर हार्वेस्टिग और दूसरी रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिग। बारिश के पानी से बोरवेल या कुओं को रिचार्ज किया जा सकता है। इसके लिए आजकल सस्ते और तैयार सिस्टम बाजारों में मिल रहे हैं। कोट

बारिश का पानी व्यर्थ में न बहे इसके मद्देनजर रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम व शोक पिट बनाने का निर्देश दिया है। सरकारी कार्यालयों में लगाए गए अधिकतर रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम काम नहीं कर रहे हैं, इसकी जानकारी नहीं थी, यदि ऐसा है तो पूरे प्रकरण की जांच कराकर दुरुस्त कराया जाएगा।

-मनीष कुमार वर्मा, डीएम

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