संवेदनशील बूथों की निगाहबानी करेगी पैरामिलिट्री

जासं कौशांबी लोकसभा चुनाव कराने को जनपद में 1213 पोलिग बूथ बनाए गए हैं। इनमें 104 पोलिग बूथ संवेदनशील पोलिग बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी व पुलिस महकमा अलर्ट है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि संवेदनशील बूथों पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Mar 2019 07:26 PM (IST) Updated:Mon, 11 Mar 2019 07:26 PM (IST)
संवेदनशील बूथों की निगाहबानी करेगी पैरामिलिट्री
संवेदनशील बूथों की निगाहबानी करेगी पैरामिलिट्री

जासं, कौशांबी : लोकसभा चुनाव कराने को जनपद में 1213 पोलिग बूथ बनाए गए हैं। इनमें 104 पोलिग बूथ संवेदनशील पोलिग बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी व पुलिस महकमा अलर्ट है। पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि संवेदनशील बूथों पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे।

पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात रहेगी। इन बूथों की मॉनीटरिग करने के लिए पुलिस अधिकारी भ्रमण करते रहेंगे। यातायात पर भी विशेष सावधानी बरती जाएगी। 26 स्थानों पर बैरिकेडिग कराई जाएगी। वहां पर मौजूद पुलिस आने-जाने वाले वाहनों की जांच करेंगे। कहा कि लोकसभा चुनाव के मध्य नजर होने वाली जनसभा, रैली, नुक्कड़ नाटक व होली पर को देखते हुए जनपद में धारा 144 लागू कर दी गई है। शांति व्यवस्था भंग करने वालों पर विशेष तौर से पुलिस की नजर रहेगी। किसी भी स्थान पर छह से अधिक लोग एकत्रित नहीं होंगे। न ही शास्त्र लेकर चलेंगे यदि कोई पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीईओ ने राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ की बैठक

जासं, कौशांबी : लोकसभा चुनाव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ सोमवार को बैठक की। उन्होंने बताया कि किसी भी दल के प्रत्याशी व पदाधिकारी को जाति धर्म से जुड़ी भाषाओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जिससे समाज में मतभेद पैदा हो। प्रत्याशियों को मत प्राप्त करने के लिए जातीय व सांप्रदायिक भावना ठेस न पहुंचे।

कहा कि मस्जिदों, गिरजाघर व मंदिरों को प्रचार- प्रसार के लिए मंच के रूप में प्रयोग न करें। राजनीतिक दल के अभ्यर्थी को झंडा लगाने व पोस्टर चिपकाने के लिए सार्वजनिक व निजी दीवारों का प्रयोग नहीं करें। यदि वह किसी के निजी मकान में पोस्टर व बैनर लगाना चाहता है तो इसके लिए उसे अनुमति लेनी होगी। किसी भी कार्यक्रम के आयोजन व रैली निकालने के लिए सहायक निर्वाचन अधिकारियों से अनुमति लेनी होगी। आयोजन के समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जुलूस निकालते समय यातायात प्रभावित न हो।

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