एक की मौत, चार नए केस मिले

कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसके बावजूद हर दिन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए कैंपों व अन्य माध्यम से 1458 लोगों की जांच की गई। जांच रिपोर्ट में चार लोग कोरोना संक्रमित मिले जबकि इलाज के दौरान प्रयागराज अस्पताल में एक कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Dec 2020 11:28 PM (IST) Updated:Sat, 05 Dec 2020 11:28 PM (IST)
एक की मौत, चार नए केस मिले
एक की मौत, चार नए केस मिले

कौशांबी : कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसके बावजूद हर दिन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगाए गए कैंपों व अन्य माध्यम से 1458 लोगों की जांच की गई। जांच रिपोर्ट में चार लोग कोरोना संक्रमित मिले, जबकि इलाज के दौरान प्रयागराज अस्पताल में एक कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई है।

सर्विलांस अधिकारी डॉ. यश अग्रवाल ने बताया कि जिला अस्पताल समेत जनपद के 16 स्थानों में कैंप व अन्य तरीके से 1458 संदिग्धों की जांच कराई गई। विभिन्न माध्यमों से आई जांच रिपोर्ट में चार लोग कोरोना पॉजिटिव मिले। जिनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चायल पीएचसी क्षेत्र के सैयदसवां गांव के एक वृद्ध का इलाज प्रयागराज के कोविड एल-3 में चल रहा था। इलाज के दौरान शनिवार को उनकी मौत हो गई। जिले में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 2212 हो गई है, जिसमें 2129 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 28 मरीजों की मौत हो चुकी है। 55 मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य टीम लोगों को कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करने के लिए प्रेरित कर रही है। वसूली न होने से बिगड़ रहा विभागों का बजट

कौशांबी : जनपद में बकाएदार तीन करोड़ 64 लाख रुपये पर कुंडली जमाकर बैठ गए हैं। आरसी जारी होने के बाद भी इस धनराशि की वसूली तहसील प्रशासन नहीं करा पा रहा है। समीक्षा रिपोर्ट में इसका खुलासा होने पर लंबित वसूली को लेकर जिलाधिकारी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। साथ ही लंबित वसूली के संबंध में एसडीएम से जवाब भी मांगा गया है। वसूली न होने से विभागों का बजट बिगड़ा हुआ है।

विद्युत विभाग, व्यापारकर, स्टॉप, वाहन कर की रायल्टी का 5 करोड़ 91 लाख रुपये बकाया है। वसूली के लिए हाल ही में आरसी जारी होने पर डीएम अमित कुमार सिंह गंभीर है। उन्होंने वसूली की जिम्मेदारी तहसील प्रशासन को सौंपी है, लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से अब तक तीन करोड़ 64 लाख की वसूली नहीं हो सकी है। ये धनराशि काफी दिन से बकाया है। कई ऐसे बकाएदार हैं, जिन्हें चार वर्ष पहले आरसी जारी की गई थी और वह बकाया जमा नहीं कर रहे हैं। इससे संबंधित विभागों का बजट बिगड़ रहा है। समीक्षा के दौरान इसका खुलासा होने के बाद जिलाधिकारी ने नाराजगी जाहिर की। साथ ही एसडीएम मंझनपुर, सिराथू व चायल को स्पष्ट निर्देश दिया है कि बकाया धनराशि की वसूली में तेजी लाई जाए। जो कर्मचारी लापरवाही बरत रहे उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए।

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