अब एयरपोर्ट से सरपट पहुंच सकेंगे बौद्ध स्थल कौशांबी
प्रयागराज के झलवा स्थित एयरपोर्ट से बौद्ध स्थल कौशांबी जाने के लिए देश-विदेश से आने वालों को अब दिक्कत नहीं होगी। इस मार्ग को फोरलेन जोड़े जाने का काम शुरू हो गया है। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने निर्माण काम प्रारंभ कर दिया है। चार करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से रास्ते में ससुर खेदरी नदी पर एक पुल का निर्माण भी होगा।
संसू, चायल : प्रयागराज के झलवा स्थित एयरपोर्ट से बौद्ध स्थल कौशांबी जाने के लिए देश-विदेश से आने वालों को अब दिक्कत नहीं होगी। इस मार्ग को फोरलेन जोड़े जाने का काम शुरू हो गया है। कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश सेतु निगम ने निर्माण काम प्रारंभ कर दिया है। चार करोड़ 20 लाख रुपये की लागत से रास्ते में ससुर खेदरी नदी पर एक पुल का निर्माण भी होगा। मखऊपुर गांव के समीप स्थित ससुर खदेरी नदी पर बनने वाला यह पुल कोसम गांव के समीप स्थित चक्रवर्ती सम्राट अशोक की लाट, बुद्ध और जैन धर्म के ऐतिहासिक स्थल को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा। एयरपोर्ट से बौद्ध स्थल की दूरी 15 किलोमीटर है।
मुख्यमंत्री के प्राथमिकता वाले कार्यों में यह योजना शामिल हैं। 30 जून को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने लखनऊ से चायल तहसील क्षेत्र के मखऊपुर गांव के समीप स्थित ससुर खदेरी नदी में पुल निर्माण के लिए शिलान्यास किया था। उसी के बाद से कार्यदायी संस्था ने काम प्रारंभ कर दिया है।
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24 माह में बन कर तैयार हो जाएगा पुल
पुल की चौड़ाई मध्य सड़क से 22 मीटर और लंबाई 80 मीटर होगी। अवर अभियंता अजीत कुशवाहा ने बताया कि यह पुल 24 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा।
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एयरपोर्ट से कौशांबी जनपद को आने वाली सड़क की मरम्मत न होने से अक्सर बड़े बड़े गड्ढे हो जाते थे। बौद्ध सर्किट तक फोरलेन सड़क बनने से प्रयागराज आने जाने वालों को सुविधा हो जाएगी।
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पिटू सिंह बौद्ध सर्किट तक फोरलेन सड़क बनने से कौशांबी जनपद के विकास के गति बढ़ जाएगी। पर्यटकों के आवागमन से होटल, ढाबा, सहित कई तरह के रोजगार लोगो को उपलब्ध होंगे।
धर्मेंद्र पांडेय ऐतिहासिक बौद्ध और जैन मंदिर में विदेशी पर्यटकों के आने से जनपद को विश्व पटल स्थान मिलने के साथ राजस्व बढ़ेगा। रास्ता सही न होने की वजह से विदेशियों को आने में परेशानी हो रही थी।
संदीप कुमार सड़क तैयार होने से परिवहन की सुविधाएं बढ़ेगी। इससे विदेशी पर्यटकों के साथ साथ स्थानीय लोग भी लाभांवित होंगे। पुल व सड़क के निर्माण के दौरान गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत है।
अरविद कुमार