धाता को रास नहीं आ रहा है फतेहपुर, कौशांबी में जोड़ने की मांग

जासं, कौशांबी : फतेहपुर जनपद के धाता ब्लाक क्षेत्र को कौशांबी में जोड़ने की मांग को लेकर शुक्रवार को धाता व कौशांबी के लोगों ने प्रदर्शन किया। डीएम को ज्ञापन देकर क्षेत्र के विकास के लिए धाता को कौशांबी में जोड़ने की मांग की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 May 2018 08:40 PM (IST) Updated:Fri, 18 May 2018 08:40 PM (IST)
धाता को रास नहीं आ रहा है फतेहपुर, कौशांबी में जोड़ने की मांग
धाता को रास नहीं आ रहा है फतेहपुर, कौशांबी में जोड़ने की मांग

जासं, कौशांबी : फतेहपुर जनपद के धाता ब्लाक क्षेत्र को कौशांबी में जोड़ने की मांग को लेकर शुक्रवार को धाता व कौशांबी के लोगों ने प्रदर्शन किया। डीएम को ज्ञापन देकर क्षेत्र के विकास के लिए धाता को कौशांबी में जोड़ने की मांग की है।

धाता क्षेत्र के लोग जनवरी 2008 से धाता क्षेत्र को कौशांबी से जोड़े जाने की मांग कर रहे हैं। क्षेत्र के लोगों का तर्क है कि धाता फतेहपुर का सबसे पिछड़ा क्षेत्र है। धाता को कौशांबी में शामिल किया जाता है तो क्षेत्र का विकास तेजी के साथ होगा। सर्व समाज कल्याण समिति की ओर से लगातार इस अभियान को चलाया जा रहा है। संगठन के अध्यक्ष चंदन ¨सह ने बताया कि धाता तहसील खागा का एक जाना माना व महत्वपूर्ण कस्बा है। यहां तीन इंटर कॉलेज, एक डिग्री कालेज, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पांच बैंक, उपडाक घर, खंड विकास अधिकारी, बीआरसी, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चार पेट्रोल पंप और मंझनपुर, चित्रकूट, इलाहाबाद, प्रतापगढ़ आदि की ओर जाने वाली प्रमुख सड़कें। इसके बाद भी धाता कस्बे को छोड़कर अन्य क्षेत्र विकास से अछूते हैं। राज जी ¨सह ने बताया कि धाता से जनपद मुख्यालय फतेहपुर 80 किमी की दूरी पर है। जबकि मंझनपुर 14 किमी की दूरी पर है। जनपद मुख्यालय से दूर होने के कारण क्षेत्र के लोगों को वहां तक आने जाने में समस्या का सामना करना पड़ता है। दूरी अधिक होने के कारण लोग वहां तक जाने के स्थान पर दलालों के माध्यम से काम कराते है। इसी मजबूरी का फायदा उठाते हुए लोग उनका शोषण भी करते हैं। उप मंत्री अनंत ¨सह ने कहा कि मुख्यालय से दूरी होने के कारण क्षेत्र का विकास नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि धाता क्षेत्र के लोगों की कौशांबी से अधिक निकटता है। बताया कि अझुआ स्थित मंडी में उनकी अधिकांश कृषि उपज बेची जाती है। कौशांबी के जिला अस्पताल व अन्य संसाधन का वह प्रयोग करते हैं। समिति के पदाधिकारी अनुपम ¨सह, कलीम, मनोज ¨सह, संजय ¨सह, महेंद्र प्रताप ¨सह, श्रवण आचार्य, प्रकाश शंकर मोदनवाल, रामकुशल ¨सह आदि ने डीएम कौशांबी को मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र देकर धाता क्षेत्र को कौशांबी में शामिल किए जाने की मांग की है।

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