शिक्षक दिवस पर गुरुजी का अपमान, फूटा गुस्सा

जासं, कौशांबी : करारी पुलिस ने एक लड़की के घर से फरार होने के मामले में बुधवार की रात शिक्षक को घर से उठा कर अर्धनग्न अवस्था में पूरी रात थाने में बैठाए रखा और सुबह छोड़ दिया। साथियों ने इसे गुरु का अपमान बताते हुए प्रदर्शन किया। एएसपी व बीएसए को ज्ञापन देकर दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने दो नामों के बीच की गलतफहमी बताया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Sep 2018 06:33 PM (IST) Updated:Thu, 06 Sep 2018 06:33 PM (IST)
शिक्षक दिवस पर गुरुजी का अपमान, फूटा गुस्सा
शिक्षक दिवस पर गुरुजी का अपमान, फूटा गुस्सा

जासं, कौशांबी : करारी पुलिस ने एक लड़की के घर से फरार होने के मामले में बुधवार को शिक्षक को घर से उठा कर अर्धनग्न अवस्था में पूरी रात थाने में बैठाए रखा और सुबह छोड़ दिया। साथियों ने इसे गुरु का अपमान बताते हुए प्रदर्शन किया। एएसपी व बीएसए को ज्ञापन देकर दारोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने दो नामों के बीच की गलतफहमी बताया है।

सरसवां विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय लोधौरा में सहायक अध्यापक पद में तैनात शिक्षक लालमणि करारी के परसिया जाफरपुर के रहने वाले हैं। उनके गांव का एक व्यक्ति लड़की को भगाने के मामले में वांछित हैं। आरोप है कि बुधवार की शाम वह घर पर थे। तभी करारी एसआइ श्याम बिहारी मिश्र उनके घर पहुंचे और उनका नाम व मोबाइल नंबर लेकर लड़की के संबंध में जानकारी मांगी। लालमणि ने अनभिज्ञता जताई तो एसआइ गाली गलौच करते हुए जबरन पकड़ लिया। उस दौरान वह कपड़े भी पहने थे। अर्धनग्न अवस्था में ही उनको थाने लगाकर बैठा दिया। सुबह जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने शिक्षक को निर्दोष पाया और छोड़ दिया। साथियों ने एसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया। एएसपी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांगी। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से पहल करने की मांग की है। बीएसए ने कहा कि इस प्रकार की घटना हुई है तो मामले को डीएम के सामने रखेंगे। इस मौके पर उत्तरप्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ सरसवां ब्लाक अध्यक्ष अनिल कुमार ¨सह, नेवादा अध्यक्ष प्रमोद ¨सह, एससीएसटी वेलफेयर एसो. अध्यक्ष दशरथलाल, फूलचंद्र ¨सह, अवधेश ¨सह, विनय ¨सह, प्रदीप ¨सह, चंद्रबली ¨सह, अनिल कुमार ¨सह, पवन यादव, रामनरेश, सुरेंद्र कुमार, राजेश कुमार, आशुतोष शुक्ला आदि मौजूद रहे। बोले थानाध्यक्ष

लड़की के मामले की जांच को लेकर शिक्षक को थाने पूरे सम्मान से लाया गया और पूछताछ के दौरान भी ध्यान रखा गया। कई बार चाय भी दी। मामला लड़की से जुड़ा था। इसलिए जांच से पहले छोड़ा भी नहीं जा सकता था। जांच में शिक्षक निर्दोष मिले तो उनको छोड़ दिया गया। लोगों के बहकावे में आने पर वे इस प्रकार का आरोप लगा रहे हैं।

- अर्जुन ¨सह, एसओ करारी

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