साढ़े चार हजार प्रवासी कामगारों को नहीं मिलेगा राशन

लॉकडाउन की वजह से शहरों से लौटे प्रवासी कामगारों के सामने निवाले का संकट न हो। इसके मद्देनजर खाद्य विभाग की ओर से 4500 परिवारों को अस्थाई कार्ड बनाकर मई व जून माह में राशन वितरित किया गया। इस माह राशन वितरण तो शुरू हो गया है लेकिन अस्थाई कार्डधारकों के लिए सरकार ने राशन का आवंटन नहीं किया है। कार्ड लेकर लाभार्थी कोटे की दुकान तक पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में प्रवासी कामगारों के सामने निवाले का संकट खड़ा हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 11:19 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 06:09 AM (IST)
साढ़े चार हजार प्रवासी कामगारों को नहीं मिलेगा राशन
साढ़े चार हजार प्रवासी कामगारों को नहीं मिलेगा राशन

जासं, कौशांबी : लॉकडाउन की वजह से शहरों से लौटे प्रवासी कामगारों के सामने निवाले का संकट न हो। इसके मद्देनजर खाद्य विभाग की ओर से 4500 परिवारों को अस्थाई कार्ड बनाकर मई व जून माह में राशन वितरित किया गया। इस माह राशन वितरण तो शुरू हो गया है, लेकिन अस्थाई कार्डधारकों के लिए सरकार ने राशन का आवंटन नहीं किया है। कार्ड लेकर लाभार्थी कोटे की दुकान तक पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में प्रवासी कामगारों के सामने निवाले का संकट खड़ा हो गया है।

कोरोना काल में महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब आदि प्रांतों से लौटे प्रवासी श्रमिकों को शासन के अस्थाई राशन कार्ड बनाने का निर्देश दिया था, जिसके आदेश पर जनपद में 4500 परिवारों को कार्ड जारी किया गया है। मई व जून माह में इन कार्डों को

आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं, दो किलो चावल और प्रति राशनकार्ड एक किलो चना निश्शुल्क दिया गया। इस माह अंत्योदय व पात्र गृहस्थी के कार्ड धारकों के राशन वितरण किया जा रहा है, लेकिन अस्थाई कार्डधारकों को राशन नहीं मिल पा रहा है। विकास खंड मंझनपुर क्षेत्र के टेनशाहआलमा बाद गांव निवासी उमेश, राजबहादुर व संदीप ने बताया कि जिले में रोजगार न मिलने की वजह से मुंबई गए थे। लॉकडाउन के कारण अप्रैल माह में वे घर आ गए हैं। सुविधा के लिए पूर्ति विभाग ने मई माह में अस्थाई राशन कार्ड भी जारी किया। मई व जून माह में राशन दिया गया। सोमवार को राशन लेने गए तो वापस कर दिया गया। कोटेदार संतोष पांडेय का कहना है कि इस माह अस्थाई कार्डधारकों के लिए खाद्यान का आवंटन नहीं किया गया। इसके मद्देनजर लाभार्थियों को राशन नहीं दे पा रहे हैं।

आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत राशन के निर्देश पर प्रवासियों को अस्थाई राशन कार्ड जारी किया गया था। मई व जून माह में प्रति यूनिट के हिसाब से तीन किलो गेहूं, दो किलो चावल और प्रति राशनकार्ड एक किलो चना निश्शुल्क दिया गया है। इस माह इन कार्डधारकों के लिए राशन आवंटन नहीं किया गया है।

अमित तिवारी, जिलापूर्ति अधिकारी

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