हर माह दो लाख का फूल तोड़कर फेंक रहा किसान

लॉकडाउन ने फूलों की खेती करने वाले सैकड़ों किसानों की कमर तोड़ दी है। मांग न होन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 10:34 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 10:34 PM (IST)
हर माह दो लाख का फूल तोड़कर फेंक रहा किसान
हर माह दो लाख का फूल तोड़कर फेंक रहा किसान

लॉकडाउन ने फूलों की खेती करने वाले सैकड़ों किसानों की कमर तोड़ दी है। मांग न होने से हर रोज हजारों रुपये का फूल खेतों से तोड़कर फेंका जा रहा है। सालों से फूलों की खेती कर लाखों रुपये कराने वाले किसानों का सपना टूटने लगा है।

लॉकडाउन में इन दिनों मंदिर, मस्जिद समेत अन्य धार्मिक स्थल बंद है। शादी-विवाह व सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन नहीं हो रहा है। इसका असर फूलों की खेती कर पर पड़ा है, जिसको लेकर किसान परेशान हैं। विकास खंड कड़ा क्षेत्र के नासिरपुर फरीदगंज के किसान दिलीप मौर्या ने बताया कि वह पिछले छह साल से आठ बीघे खेत में गुलाब की खेती करते हैं। इससे हर साल लगभग 10 लाख रुपये का लाभ होता था, जिससे परिवार को खर्च चलता था। कोरोना वायरस के आने के बाद पिछले तीन माह से फूलों की बिक्री नहीं हो रही है। इससे हर माह दो लाख का नुकसान हो रहा है। गर्मी अधिक होने की वजह से सप्ताह में दो बाद सिचाई करना पड़ रहा है। फूलों का उत्पादन कम न हो। इसके लिए फूलों को तोड़कर फेंका जा रहा है। इसमें हर माह 20 हजार रुपये खर्च हो रहे हैं। जिला उद्यान अधिकारी को अवगत कराया गया था, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया है। कहा कि तीन माह से फूलों की बिक्री न होने से तीन लाख रुपये का नुकसान हो चुका है।

जिले की 80 हेक्टेयर भूमि पर किसान फूलों की खेती कर रहे हैं। लॉकडाउन की वजह फूलों की बिक्री बंद है। इससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। इस संबंध में उद्यान निदेशक को पत्र भेजकर किसानों के नुकसान से अवगत कराया गया है। विभाग किसानों के हित के लिए कुछ करेगा।

- सुरेंद्रराम भाष्कर, जिला उद्यान अधिकारी

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