पूर्व राष्ट्रपति के शोक में डूबा रहा दोआबा

कौशांबी : मिसाइल मैन के नाम से विख्यात पूर्व राष्ट्रपति अबुल पाकिर जैनुलबदीन अब्दुल कलाम का सोमवार क

By Edited By: Publish:Tue, 28 Jul 2015 10:49 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jul 2015 10:49 PM (IST)
पूर्व राष्ट्रपति के शोक में डूबा रहा दोआबा

कौशांबी : मिसाइल मैन के नाम से विख्यात पूर्व राष्ट्रपति अबुल पाकिर जैनुलबदीन अब्दुल कलाम का सोमवार की रात शिलांग के एक आइआइएम में लेक्चर देते समय दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उनकी मौत की खबर से दोआबा के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। राजनैतिक दल, सरकारी कार्यालय सहित तमाम शैक्षणिक संस्थाओं में उनकी मौत को लेकर शोक सभा आयोजित की गई। लोगों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। भारतीय जनता पार्टी कार्यालय मंझनपुर में पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक सभा आयोजित हुई। जिलाध्यक्ष संतोष ¨सह पटेल ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में देश को नई ऊंचाई में पहुंचाने के लिए उन्हें पूरे जीवन में तमाम ऐसी खोजें की जो देश को रक्षा के साथ ही अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने में मदद कर रही हैं। एक साधारण गरीब परिवार में जन्मे कलाम जी का जीवन पूरे देश के लोगों के लिए अनुकरणीय है। जब वह देश के राष्ट्रपति थे उस दौरान भी उनका जीवन सामान्य रहा। हर छोटी-बड़ी बातों को वह लोगों के साथ साझा करते थे। बच्चों से उन्हें विशेष लगाव था। हमेशा देश को आगे बढ़ाने के लिए वह छात्रों को प्रेरित करते रहते थे। बच्चे उन्हें प्यार से चाचा कहते थे। शोक सभा में बब्बू राम द्विवेदी, आद्या प्रसाद पांडेय, राजेंद्र प्रसाद पांडेय, ओमनारायण शुक्ल, भूपेंद्र ¨सह, रतनकांत ¨सह, यशपाल ¨सह, दिनेश कुमार, धर्मेंद्र ¨सह व रवि कुमार आदि मौजूद रहे।

समाजवादी पार्टी कार्यालय मंझनपुर में पूर्व रष्ट्रपति के निधन पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित हुई। जिलाध्यक्ष अशोक यादव ने कहा कि स्व. महामहिम के कृतित्व व चरित्र पूरे देश के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कन्या कुमारी के एक छोटे से गांव से लेकर दिल्ली तक का सफर कठिन मेहनत से तय किया था। कलाम जी अपनी मेहनत से न सिर्फ देश को नई पहचान दी बल्कि वह हर बच्चे को देश के लिए कुछ करने को प्रेरित करते रहे। नौजवानों को उन्होंने कभी हार न मानने की सीख दी। एक वैज्ञानिक के रूप में दुनिया के सामने देश को एक नई ताकत के रूप में पेश किया। सभा के दौरान सभी ने दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान धारा ¨सह यादव, श्याम यादव, शिवलाल, मो. साबिर, अमर ¨सह, कप्तान यादव आदि मौजूद रहे।

अपना दल पार्टी कार्यालय में पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक सभा में जिलाध्यक्ष विनोद कसेरा ने कहाकि जिस लगन व देश हित के लिए पूरा जीवन कलाम जी ने देश के नाम कर दिया वह अनुकरणीय है। इतना त्याग करने का साहस हर किसी में नहीं होता। पूरे जीवन एक-एक मिनट की कीमती मानते हुए उन्होंने मानवता की रक्षा में लगा दिया। विज्ञान के क्षेत्र में देश उनके द्वारा की गई खोज से आज दिनोंदिन नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस दौरान बासदेव पटेल, लालजी, मनोज विश्वकर्मा, शुभेंद्र श्रीवास्तव व मनोज पटेल आदि मौजूद रहें। मंझनपुर ब्लाक परिसर में पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि देते हुए खंड विकास अधिकारी शरद कुमार ने कहा कि एपीजे कलाम जी ने जो देश को दिया वह हमारे लिए अनमोल है। देश के शीर्ष पद में होने के बाद भी उनमें अभिमान का कोई नाम नहीं था। हर रोज देश के विकास के लिए सोचने वाले एक सच्चे राष्ट्रभक्त को देश ने आज खो दिया। अझुवा प्रतिनिधि के अनुसार बैंक ऑफ बड़ौदा अझुवा शाखा में मंगलवार की सुबह पूर्व राष्ट्रपति के निधन को लेकर शोक सभा आयोजित हुई। इसमें शाखा प्रबंधक ज्ञान प्रकाश व राजेंद्र कुमार ने ग्राहक जयप्रकाश, बब्लू, लवकुश, मो. सलीम, अनवर, इरफान, व पहाड़ी आदि को पूर्व राष्ट्रपति के जीवन के बारे में बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

पश्चिमशरीरा प्रतिनिधि के अनुसार क्रीड़ा स्थल पश्चिमशरीरा परिसर में मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक सभा आयोजित हुई। पश्चिमशरीरा युवा मंगलदल अध्यक्ष संजीव त्रिपाठी ने शोक सभा में कहा कि कलाम जी शिक्षा के साथ ही देश को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया था। इस दौरान रामजी मिश्र, अमर ¨सह, सोहनलाल व लवलेश आदि मौजूद रहे। इसी प्रकार जीएस चंद्रौल स्कूल पश्चिमशरीरा, भवंस मेहता, हुबलाल इंटर कालेज, कस्बूरबा गांधी आवासीय विद्यालय भरवारी, गांधी इंटर कालेज व अन्य शैक्षणिक संस्थानों में पूर्व राष्ट्रपति की मौत में शोक सभा आयोजित की गई। भरवारी प्रतिनिधि के अनुसार नंदी वाणी व वाणी सनराइज पब्लिक स्कूल में बच्चों ने पूर्व राष्ट्रपति के आकस्मिक निधन पर शोक सभा की। प्रधानाचार्य जेपी मिश्र ने बच्चों को बताया कि आज हमारा देश परमाणु शक्ति संपन्न है। जो डा. साहब के अथक प्रयास का नतीजा है। एक साधारण से परिवार में जन्में डा. साहब अपनी लगनशीलता के दम पर जीवन में उस ऊंचाई तक पहुंचे जहां पहुंचने में केवल कल्पना ही की जा सकती है। इस मौके पर विद्यालय के चेयरमैन अभिजीत, ज्योति गुप्ता, ¨सधु, शालू सोनी, अर्चना अग्रहरि आदि मौजूद रहे।

सिराथू प्रतिनिधि के अनुसार सैनी भाजपा कार्यालय में जितेंद्र सोनकर की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित हुए और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सोनकर ने कहा कि डा. कलाम ने कभी भी धर्म जाति मजहब की राजनीति नहीं की। राष्ट्र को ही सदा सर्व पर्व माना है। ऐसे महान आत्मा को देश सदैव याद करता रहेगा। इस मौके पर राहुल मणि त्रिपाठी, राजन अग्रहरि, अर्चना सोनकर, हीरामणि पंडा, रंजीत रत्नाकर, अंकित, हुसैन रिजवी, संदीप सोनकर आदि मौजूद रहे।

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