सपा नेता ने दुराचार पीडि़ता को सटाई बंदूक

जागरण संवाददाता, कौशांबी : प्रदेश के मुखिया भले सूबे में अमन-चैन का दावा करें मगर यहां के हालात कुछ

By Edited By: Publish:Wed, 01 Oct 2014 11:44 PM (IST) Updated:Wed, 01 Oct 2014 11:44 PM (IST)
सपा नेता ने दुराचार पीडि़ता को सटाई बंदूक

जागरण संवाददाता, कौशांबी : प्रदेश के मुखिया भले सूबे में अमन-चैन का दावा करें मगर यहां के हालात कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। सपा की सरकार में उसके ही नेता जंगलराज कायम करने पर तुले हैं। बुधवार को कौशांबी के सरायआकिल इलाके में रहने वाली एक दुराचार पीड़िता को एक दबंग सपा नेता ने जिला अस्पताल में सरेशाम महिला पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में बंदूक सटाकर जान से मार देने की धमकी दी। उसका कहना था कि अगर वह आरोपी के खिलाफ बयान देती है तो उसे छलनी कर दिया जाएगा। पीड़िता की मां ने इस बात का विरोध किया तो उसे भी धमकाया गया। इतना सब होने के बाद भी जिले की पुलिस आंखें मूंदे रही। पुलिस अधिकारियों ने पूरे प्रकरण से ही अनभिज्ञता जताकर मामले से पल्ला झाड़ लिया।

सरायआकिल में रहने वाले एक दलित परिवार की नाबालिग किशोरी छह महीने पहले दोपहर में घास काटने गई थी। लौटते समय गांव के ही उमेश मिश्र के बेटे भइया जी ने उसे नलकूप पर घसीटकर उसके साथ दुराचार किया था। किशोरी ने घर आकर आपबीती बताई मगर परिजनों ने लोकलाज के डर से मामले को दबा दिया। दुराचार के बाद पीडि़ता गर्भवती हो गई। आरोप है कि तीन दिनों पहले भइया जी नाम के शख्स ने अपने दो साथियों बबलू और मुन्ना तिवारी के साथ मिलकर उसे कोई दवा खिला दी, जिससे उसका गर्भपात हो गया। पीड़िता की भी हालत बिगड़ गई। इस बात से नाराज किशोरी के परिजन रविवार की रात सरायआकिल थाने पहुंचे और थानाध्यक्ष विपिन त्रिवेदी से मामले की शिकायत की। उन्होंने कनैली चौकी प्रभारी रामसूरत को जांच सौंपी। उनकी जांच के बाद सोमवार को तीनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई और पीड़िता को मेडिकल के पुलिस अभिरक्षा में जिला अस्पताल भेज दिया गया। किशोरी और उसके परिजनों के बयान से नाराज एक स्थानीय दबंग सपा नेता शाम लगभग चार बजे अपने दर्जनभर असलहाधारी साथियों के साथ जिला अस्पताल पहुंचा और पीड़िता को बंदूक सटाकर जान से मार देने की धमकी दी। वह उस पर समझौते का दबाव डाल रहा था। यह सब कुछ तीन महिला कांस्टेबल और दो होमगार्डो की मौजूदगी में हुआ। कहा जा रहा है कि महिला सिपाहियों ने इस बात की जानकारी पुलिस कप्तान को दी मगर उन्होंने चुप्पी साधे रखने में ही भलाई समझी। हालांकि इस बारे में एसपी रतनकांत पांडेय का कहना कि दुराचार पीड़ित युवती का मेडिकल कराया जा रहा है। मृत नवजात की डीएनए जांच भी कराई जा रही है। आरोपियों पर दोष सिद्ध होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उन्होंने जिला अस्पताल में उसे धमकाए जाने की बात से पूरी तरह अनभिज्ञता जताई।

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