बेसहारा मवेशियों के चारे व देखभाल को मिले एक करोड़

शैलेंद्र द्विवेदी, कौशांबी : सरकार गोवंश संरक्षण के लिए विशेष जोर दे रही है। बेसहारा मवेशियों की सुरक्षा व रखरखाव के लिए जनपद में एक वृहद गो संरक्षण केंद्र का निर्माण कराया रहा है। सरकार ने अस्थाई पशु आश्रय स्थल में रहने वाले मवेशियों की देखरेख व चारे के लिए एक करोड़ रुपये दिए हैं। डीएम ने ब्लाक समितियों के खाते में राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Feb 2019 11:15 PM (IST) Updated:Mon, 11 Feb 2019 11:15 PM (IST)
बेसहारा मवेशियों के चारे व देखभाल को मिले एक करोड़
बेसहारा मवेशियों के चारे व देखभाल को मिले एक करोड़

शैलेंद्र द्विवेदी, कौशांबी : सरकार गोवंश संरक्षण के लिए विशेष जोर दे रही है। बेसहारा मवेशियों की सुरक्षा व रखरखाव के लिए जनपद में एक वृहद गो संरक्षण केंद्र का निर्माण कराया रहा है। सरकार ने अस्थाई पशु आश्रय स्थल में रहने वाले मवेशियों की देखरेख व चारे के लिए एक करोड़ रुपये दिए हैं। डीएम ने ब्लाक समितियों के खाते में राशि भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

जिला प्रशासन व पशुपालन विभाग की ओर से गो संरक्षण के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए जनपद, तहसील व ब्लाक स्तर पर टीम का गठन किया गया है। जनपद के 23 अस्थाई पशु आश्रय स्थल में रखने वाले 1470 मवेशियों की देखरेख व चारे के लिए प्रदेश सरकार ने बड़ी राशि दी है। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि समितियों से भूसा व दाना की स्टीमेट मांगा है। उसी आधार पर राशि दी जाएगी। एक मवेशी के चारा के लिए प्रतिदिन के हिसाब 20 रुपये दिए जाएंगे। उनके स्वास्थ्य परीक्षण के लिए हर तीसरे दिन पशु चिकित्सकों को भेजा जाता है। टीम जांच करती हैं। अभी और है बेसहारा मवेशी

वृद्ध व दूध न देने वाले मवेशियों को छोड़ने से संख्या बढ़ रही है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीपी पाठक ने बताया कि पशुओं को छोड़ने वालों पर टीम की नजर है यदि जानकारी मिली तो कार्रवाई की जाएगी। सर्वे के मुताबिक जिले में लगभग 3400 बेसहारा मवेशी हैं। इसमें 1470 को अस्थाई पशु आश्रय स्थलों में रखा गया है। शेष मवेशियों को भी पशु आश्रय स्थलों पर पहुंचाया जाएगा।

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