बूढ़ी गंगा के लिए तलाशे पानी के स्त्रोत

रामछितौनी झील पर भी जल और पर्यावरण संरक्षण की संभावनाएं खोजी गई। 100 किमी सर्वे कर व‌र्ल्ड वाइल्ड फंड की टीम लौट गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Oct 2020 08:59 PM (IST) Updated:Sat, 17 Oct 2020 05:07 AM (IST)
बूढ़ी गंगा के लिए तलाशे पानी के स्त्रोत
बूढ़ी गंगा के लिए तलाशे पानी के स्त्रोत

कासगंज, संवाद सहयोगी। बूढ़ी गंगा में पानी बना रहे इसके सर्वेक्षण के लिए दिल्ली से पहुंची व‌र्ल्ड वाइल्ड फंड की टीम ने 100 किलोमीटर सर्वे कार्य पूरा किया। गंगा किनारे पानी के स्त्रोत तलाशे। वहीं दरियावगंज व रामछितौनी झील पर पर्यावरण की संभावनाएं खोजी गई।

जिले में बह रही बूढ़ी गंगा में अनवरत पानी की धारा बहती रहे इसके स्त्रोत खोजने के लिए दिल्ली व‌र्ल्ड वाइल्ड फंड की टीम जिले में पहुंची। वन विभाग पहले से ही आद्र क्षेत्र में जल संरक्षण की मुहिम छेड़े हुए है। इस मुहिम में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ और जुड़ी है। टीम ने 100 किलोमीटर तक का सर्वे किया और गंगा में जल संरक्षण के लिए स्त्रोत तलाशे। टीम द्वारा रामछितौनी और दरियावगंज झील में जल और पर्यावरण संरक्षण की संभावनाएं खोजी गई हैं। टीम शुक्रवार को सर्वे कर वापस चली गई है। टीम द्वारा सर्वे रिपोर्ट वन विभाग को सौंपी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर विभाग इस दिशा में कार्य करेगा। डीएफओ दिवाकर वशिष्ठ ने बताया कि दो दिन टीम ने लगभग 100 किलोमीटर सर्वे कर वापस लौटी है। सर्वे रिपोर्ट मिलेगी, उसके बाद गंगा के जल स्त्रोतों पर कार्य प्रारंभ किया जाएगा। जल और पर्यावरण संरक्षण के लिए विभाग पहले से ही मुहिम छेड़े हुए है।

chat bot
आपका साथी