सिपाही हत्याकांड के मुख्य आरोपित की तलाश में कटरी में कांबिग
सिपाही के हत्यारोपितों की तलाश में पुलिस ने मंगलवार रात गंगा की कट
संवाद सहयोगी, कासगंज: सिपाही के हत्यारोपितों की तलाश में पुलिस ने मंगलवार रात गंगा की कटरी में कांबिग की। भले ही आरोपित पुलिस के हत्थे न चढ़े हों लेकिन पुलिस को आरोपितों के सोरों क्षेत्र में गंगा की कटरी में छिपे होने की आशंका है।
बीती नौ फरवरी को थाना सिढ़पुरा के गांव नगला धीमर में शराब माफिया ने आरक्षी देवेंद्र की हत्या कर दी थी। दारोगा अशोक कुमार को गंभीर रुप से घायल कर दिया था। मामले में गांव के ही मोती उसके भाई एलकार सहित आठ अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने घटना के दूसरे दिन एलकार को मुठभेड में ढेर कर दिया था। एक आरोपित मोती के मौसेरे भाई नबाब व मोती की मां सियारानी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सोमवार को पुलिस की सोरों कोतवाली की कछला चौकी के अंतर्गत गंगा की कटरी में बदमाशों से फिर मुठभेड़ हुई। जिसमें मोती के मौसा रामेश्वर एवं ममेरे भाई गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि मुख्य आरोपी मोती, उसका भाई मानपाल और मोहरसिंह यहां से पुलिस को चकमा देकर भाग गए थे। तभी से पुलिस कटरी में मुख्य आरोपित सहित दोनों भाइयों की तलाश कर रही है। मंगलवार रात पुलिस ने सोरों क्षेत्र में गंगा की कटरी में कांबिग की। लेकिन कोई भी बदमाश हाथ नहीं लगा। पुलिस को आशंका है कि अभी भी आरोपित कटरी में ही हैं, वह भाग नहीं सके हैं। पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए गंगा की कटरी में कांबिग कर रही है। मुख्य हत्यारोपित की गिरफ्तारी के लिये पड़ोसी जिलों में मोती के पोस्टर लगाए गए हैं।