कार्यकर्ता का चालान के लिए फोटो खींचने पर भड़के किसान यूनियन के कार्यकर्ता

कासगंज संवाद सहयोगी भारतीय किसान यूनियन स्वराज के कार्यकर्ता की बाइक का तीन सवारी होने पर चालान काटने के लिए फोटो खींचने पर कार्यकर्ता भड़क गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 05:43 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 05:43 AM (IST)
कार्यकर्ता का चालान के लिए फोटो खींचने पर भड़के किसान यूनियन के कार्यकर्ता
कार्यकर्ता का चालान के लिए फोटो खींचने पर भड़के किसान यूनियन के कार्यकर्ता

कासगंज, संवाद सहयोगी : भारतीय किसान यूनियन स्वराज के कार्यकर्ता की बाइक का तीन सवारी होने पर चालान काटने के लिए फोटो खींचने पर कार्यकर्ता भड़क गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में हाईवे पर धरने पर बैठे। जाम लगाने का प्रयास किया। मौके पर पहुंचे सीओ ने समझाकर मामला शांत किया है।

भारतीय किसान यूनियन स्वराज का कार्यकर्ता तीन साथियों के साथ बाइक पर कैनाल बाइपास से गोरहा की ओर आ रहा था। बाइपास चौराहे पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी प्रवीन ने बाइक पर तीन सवारियां होने के कारण मोबाइल से बाइक का फोटो खींचा। इसी बात को लेकर उनकी पुलिसकर्मी के साथ कहासुनी हो गई। कार्यकर्ता ने मोबाइल फोन से प्रदेश अध्यक्ष आशीष पांडेय, राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय को सूचना दी। दोनों पदाधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर एकत्रित हो गए। वे पुलिसकर्मी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। कार्यकर्ताओं ने जाम लगाने का प्रयास भी किया। सीओ डीके पंत ने आक्रोशित कार्यकर्ताओं को समझाकर मामला शांत कराया। सीओ डीके पंत ने बताया कि पहले तो किसान यूनियन के कार्यकर्ता यातायात पुलिस कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे थे, लेकिन समझाने के बाद मान गए हैं। मुखर हुए कार्यकर्ता, सोरों गेट चौकी पर दिया धरना

भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता गोरहा से लौट रहे थे कि सोरों गेट चौकी के समीप पहुंचे तो राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय को जानकारी मिली की यूनियन के कार्यकर्ता निर्मला देवी निवासी गढ़ी अड्डा की जमीन पर कुछ लोग कब्जा कर रहे हैं। निर्मला देवी के पति सुरेंद्र सिंह की उच्च अधिकारियों के आदेश के बावजूद भी सदर कोतवाल रमेश प्रसाद भारद्वाज ने सुनवाई नहीं की। कार्यकर्ता को कोतवाली से भगा दिया। जानकारी मिलते ही वह धरने पर बैठ गए। बाद में सीओ डीके पंत ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाया और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उसके बाद कार्यकर्ताओं ने धरना समाप्त किया है। इस संबंध में इंस्पेक्टर का कहना है कि आरोप निराधार हैं। निर्मला देवी या उनके पति सुरेंद्र सिंह कोई शिकायत नहीं लेकर पहुंचे।

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