पहाड़ी क्षेत्र में चक्रवात से बदला मौसम का मिजाज

जागरण संवाददाता कानपुर देहात पहाड़ी क्षेत्र में चक्रवात विकसित होने से शनिवार को सुबह

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 06:11 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 06:11 PM (IST)
पहाड़ी क्षेत्र में चक्रवात से बदला मौसम का मिजाज
पहाड़ी क्षेत्र में चक्रवात से बदला मौसम का मिजाज

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : पहाड़ी क्षेत्र में चक्रवात विकसित होने से शनिवार को सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला रहा। आसमान में बदली छाई रहने के साथ ही दोपहर में बूंदाबादी शुरू हो गई। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि बदली के कारण अधिकतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी के साथ 25 पर पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान 17.02 डिग्री सेल्सियस रहा।

कर्नाटक, तमिलनाडू के साथ ही पहाड़ी क्षेत्र में निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने से पिछले दो दिनों से मौसम में उतार चढ़ाव जारी है। वहीं शनिवार को सुबह से ही आसमान में बदली छाई रही, जिससे लोगों को धूप देखने को नहीं मिली। वहीं दोपहर में अकबरपुर, माती, रूरा, रनियां, रसूलाबाद, झींझक, सरवनखेड़ा, पुखरायां सहित अन्य स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। इससे लोगों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ा। वहीं बारिश के कारण धान की कटी फसल को भी नुकसान हुआ। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि तमिलनाडु के साथ ही पहाड़ी क्षेत्र में निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ है, जिससे मौसम में परिवर्तन हो रहा है। हालांकि आगामी 24 घंटे में मौसम में बदलाव होने से लोगों को राहत मिलेगी, लेकिन तापमान में जो बढ़ोतरी हुई है उसमें पांच डिग्री सेल्सियस तक गिरावट होने की संभावना है।

किसानों को दहलनी फसलों की बुवाई न करने की सलाह

कृषि विज्ञानी डा. अशोक कुमार ने बताया कि बारिश को देखते हुए किसान चना, मटर, मसूर जैसी दलहनी फसलों के साथ ही आलू, टमाटर, मिर्च सहित अन्य फसलों की बुवाई रुक कर करें। इसके साथ ही खेतों में खड़ी फसल की कटाई भी न करें क्योंकि बारिश से कटी फसल के सड़ने के साथ ही दाने की गुणवत्ता खराब होने की संभावना अत्यधिक है।

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