डेंगू-बुखार से दो और लोगों की चली गई जान

डेंगू-बुखार से दो और लोगों की चली गई जान

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Nov 2019 12:38 AM (IST) Updated:Thu, 21 Nov 2019 06:05 AM (IST)
डेंगू-बुखार से दो और लोगों की चली गई जान
डेंगू-बुखार से दो और लोगों की चली गई जान

कानपुर देहात: बीमारी से शहर और कस्बा के साथ गांवों में भी लोगों में दहशत है। रनियां में डेंगू से एक और महिला की मौत हो गई तो वहीं रूरा क्षेत्र में बुखार से पीड़ित एक बच्चे ने दम तोड़ दिया। जिले में डेंगू से मरने वालों की संख्या अब तक 26 पहुंच चुकी है। पिछले दिनों सीएमओ ने यह माना था कि रूरा व अकबरपुर में डेंगू बुखार फैला है। फॉगिग व एंटी लार्वा छिड़काव को लेकर जरूरी कदम नहीं उठाए गए। अलबत्ता इसका बहाना बनाकर स्वास्थ्य कर्मी और व्यस्त हो गए। मॉनीटरिग न होने से मनमानी बढ़ गई है और मौतों का सिलसिला है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है।

रनियां में भी डेंगू अपने पांव पसार रहा है उस से खतरा दिनों बढ़ रहा है। पिछले दो-तीन दिनों में डेंगू से कस्बे में लोग बीमार हो रहे हैं। इसी तरह कस्बा में डेंगू का इलाज करा रही महिला की कानपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई। कस्बे की ही रहने मुन्ना गुप्ता की पत्नी 55 वर्षीय रीता तीन दिन पहले इस डेंगू बुखार की चपेट में आ गई थी। और परिवार के लोगों ने उन्हें कानपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया था जहां मंगलवार की देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतका के बेटे राम सागर व शिव सागर ने जानकारी देते हुए बताया कि माताजी को डेंगू हुआ था। इसकी डॉक्टरों ने पुष्टि कर रिपोर्ट तैयार की थी। कस्बे में फैले इस डेंगू के कारण लोगों में दहशत का माहौल है। वहीं जिले में डेंगू से मरने वालों की संख्या बढ़ कर 26 हो चुकी है।

इसी तरह भटौली, रूरा में बुखार पीड़ित एक मासूम की मौत हो गई। जिले में डेंगू से कई लोगों की असामयिक मौत हो चुकी है। भटौली, रूरा निवासी माखन के तीन माह के पुत्र रामदीन को कई दिन से बुखार आ रहा था। इस पर स्थानीय स्तर पर डॉक्टर को दिखाया। स्थिति में सुधार न होने पर स्वजन मासूम को मंगलवार देर शाम जिला अस्पताल ले जा रहे थे। रास्ते में ही मासूम की मौत हो गई। जिला अस्पताल इमरजेंसी में डॉक्टर ने परीक्षण के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया तो स्वजन रोने बिलखने लगे। हालाकि उन्होंने कार्रवाई से इन्कार कर दिया और शव ले गए। ईएमओ डॉ. पवन पार्या ने बताया कि स्वजनों ने बच्चे को कई दिन से बुखार आने की बात ही थी। जिला अस्पताल लाते समय उसकी रास्ते में मौत हो गई। जिला संक्रामक रोग प्रभारी डॉ. एपी वर्मा ने बताया कि डेंगू व बुखार पीड़ितों वाले मोहल्लों में टीम भेजी जाती है। डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिग भी कराई गई है।

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