पुलिस पर भरोसा नहीं, घर बेचकर देंगे फिरौती

जागरण संवाददाता कानपुर देहात 12 दिन बाद भी बृजेश अपहरण कांड में पुलिस की तहकीकात किसी मुकाम पर नहीं पहुंची। इससे परेशान घरवाले कह रहे हैं कि बेटे की सलामती के लिए घर खेत व जेवर बेचकर वे 20 लाख फिरौती की रकम दे देंगे बस बेटा लौट आए। उन्होंने धर्मकांटा मालिक व उसके सहकर्मी पर शक जताते हुए कहा कि पुलिस ने उनसे कड़ाई से पूछताछ नहीं की। बृजेश पाल का अपहरण 15 जुलाई को हुआ था और अगले दिन 20 लाख की फिरौती के लिए बृजेश के ही मोबाइल नंबर से अपहर्ताओं ने फोन किया था। पुलिस के कोई ठोस सुराग हासिल न कर पाने से स्वजन हिम्मत हारते जा रहे। बेटे की सलामती के लिए वे किसी भी तरह फिरौती की रकम देने का मन बना चुके है। उनका कहना है कि पुलिस ने सही से जांच नहीं की।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Jul 2020 11:20 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jul 2020 06:07 AM (IST)
पुलिस पर भरोसा नहीं, घर बेचकर देंगे फिरौती
पुलिस पर भरोसा नहीं, घर बेचकर देंगे फिरौती

जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : 12 दिन बाद भी बृजेश अपहरण कांड में पुलिस की तहकीकात किसी मुकाम पर नहीं पहुंची। इससे परेशान घरवाले कह रहे हैं कि बेटे की सलामती के लिए घर, खेत व जेवर बेचकर वे 20 लाख फिरौती की रकम दे देंगे, बस बेटा लौट आए। उन्होंने धर्मकांटा मालिक व उसके सहकर्मी पर शक जताते हुए कहा कि पुलिस ने उनसे कड़ाई से पूछताछ नहीं की।

बृजेश पाल का अपहरण 15 जुलाई को हुआ था और अगले दिन 20 लाख की फिरौती के लिए बृजेश के ही मोबाइल नंबर से अपहर्ताओं ने फोन किया था। पुलिस के कोई ठोस सुराग हासिल न कर पाने से स्वजन हिम्मत हारते जा रहे। बेटे की सलामती के लिए वे किसी भी तरह फिरौती की रकम देने का मन बना चुके है। उनका कहना है कि पुलिस ने सही से जांच नहीं की। बहन आरती व पिता शिवनाथ ने बताया कि धर्मकांटा मालिक व उसके सहकर्मी से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ नहीं की, उन्हें इन लोगों पर भी शक है। घटना के बाद से लगातार दोनों बृजेश के चरित्र पर सवाल उठाकर मामले को किसी और ही दिशा में ले जाना चाह रहे है। इसके अलावा सील हुए धर्मकांटा को भी अब खोल दिया गया है, यहां पर फॉरेंसिक जांच घटना के बाद कराई जानी थी, जिससे कोई फिगर प्रिट तो मिलते। सीओ खोजते रहे बृजेश का घर

सीओ भोगनीपुर को बृजेश का घर तक नहीं पता। बहन अनीता ने कहा कि सीओ गांव वालों से पूछते रहे कि बृजेश का घर कहां है, किसी तरह वह घर के पास पहुंचे भी तो यहां न आकर पास में प्रधान के घर चले गए। वह सवाल करती हैं कि जब सीओ को घर भी नहीं पता तो वह कैसे जांच करेंगे।

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दहशत में हैं बृजेश के भाई

पिटाई के बाद से बृजेश के फुफेरे भाई मुकेश व मौसेरे भाई अखिलेश कुमार दहशत में है। अब वह किसी के सामने नहीं आ रहे है। किसी के बुलाने पर बहाना बनाकर अंदर ही रहते है।

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पड़ोसी महिला व युवक से की पूछताछ

अपहरण कांड में पुलिस ने शक के आधार पर भोगनीपुर पुलिस ने पुरैनी गांव निवासी एक युवक को उठाया, इसके अलावा चौरा गांव की भी एक महिला को हिरासत में लिया गया। बृजेश की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) से पता चला है कि दोनों की उससे बातचीत होती थी। पुलिस ने उनसे घटना के समय, लोकेशन व बृजेश के परिचितों के बारे में पूछताछ की। दोनों ही घटना में अपना हाथ होने से इंकार करते रहे। करीब छह घंटे तक पूछताछ के बाद गांव से बाहर न जाने की हिदायत देकर छोड़ा। सीओ आशापाल सिंह ने बताया कि शक के आधार पर पूछताछ की गई है।

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