घायलों के लिए फरिश्ता बन गये सीएमओ
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : डाक्टरों की उपस्थिति जांचने निकले सीएमओ को डेरापुर सी
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : डाक्टरों की उपस्थिति जांचने निकले सीएमओ को डेरापुर सीएचसी में मानवीय संवेदनाएं तार-तार मिलीं। मार्ग दुर्घटना में छह घायल इलाज न मिलने के कारण ¨जदगी और मौत से जूझते हुए धरती के भगवान से गुहार लगा रहे थे, लेकिन डाक्टर साहब अस्पताल से नदारद मिले। इस दौरान सीएमओ फरिश्ता बन गए और खुद ही इलाज किया। सीएमओ ने अनुपस्थित छह डाक्टरों सहित नौ कर्मियों का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी किया है।
शुक्रवार शाम डेरापुर सीएचसी में डाक्टरों की उपस्थिति जांचने के लिए सीएमओ डा. हीरा ¨सह ने औचक निरीक्षण किया। नियमित चिकित्सक डा. मनोज गुप्ता, डा. सोमेंद्र महेंद्र, डा. अजय रस्तोगी, डेंटल हाइजिनिस्ट अजय कुमार विश्वकर्मा, स्टाफ नर्स शांति कटियार व संविदा स्टाफ में डा. रेणुका गौड, डा. रेखा व डा. नदीम अख्तर नदारद मिले। इसी दौरान डेरापुर क्षेत्र के अमौली के पास लोडर पलटने से घायल प्रेमचंद्र निवासी अगवासी, शीलेंद्र ¨सह व गोरे निवासी अमराहट, रामदास निवासी खल्ला, कमल व महावीर निवासी कुढ़ावल पहुंच गए। बुरी तरह से घायलों में चीख-पुकार मची हुई थी, लेकिन डाक्टर न होने से उनका इलाज नहीं हो पा रहा था। सीएमओ खुद बरामदे में घायलों का स्ट्रेचर पर इलाज करने में जुट गए। ग्लूकोज स्ट्रिप लगाई और मरहम-पट्टी की। सीएमओ ने बताया कि सभी घायलों के गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया है। अनुपस्थित छह डाक्टर, दो स्टाफ नर्स व एक डेंटल हाइजिनिस्ट का वेतन रोकते हुए नोटिस जारी की जा रही है।
इंसेट)अरसे से नदारद तीन डाक्टर व एक कर्मी
सीएमओ को डेरापुर सीएचसी में तैनात संविदा डाक्टर रेणुका गौड़ की एक से 5 फरवरी तक अनुपस्थिति मिली। 6 से 12 फरवरी के हस्ताक्षर संदिग्ध मिले। वह 13 फरवरी से बिना बताए लगातार फिर से नदारद चल रही हैं। डा. रेखा ¨सह एक फरवरी से लगातार अनुपस्थित हैं। डा. सोमेंद्र महेंद्र व डेंटल हाइजिनिस्ट लंबे समय से नदारद चल रहे हैं। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अलग से संस्तुति शासन में की जाएगी।