गुस्से में प्रदर्शनकारियों को यह क्या कह दिया महापौर ने

विकास के मुद्दे पर घेरे जाने और पेयजल समस्या को लेकर घड़े फोड़े पर गुस्साई प्रमिला पांडेय ने प्रदर्शनकारियों को ड्रामेबाज बताया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Mar 2018 03:29 PM (IST) Updated:Fri, 30 Mar 2018 04:05 PM (IST)
गुस्से में प्रदर्शनकारियों को यह क्या कह दिया महापौर ने
गुस्से में प्रदर्शनकारियों को यह क्या कह दिया महापौर ने

जागरण संवाददाता, कानपुर : विकास के मुद्दे पर घेरे जाने और पेयजल समस्या को लेकर घड़े फोड़े जाने पर महापौर प्रमिला पाण्डेय ने कहा कि ये तुच्छ और ड्रामेबाज पार्षद हैं। इनको मैं अच्छी तरह जानती हूं।

धरने में बैठे पार्षदों द्वारा सरकारी कामों में हस्तक्षेप करने को लेकर बेटे का नाम उछाले जाने पर महापौर ने कहा कि कौन पार्षद कहता है, सामने आकर कहे। कौन अफसर परेशान है, वह उनको बताए। अभी तक किसी ने उनको नहीं बताया है। बेटा व बहू साथ रहेंगे। इसमें किसको तकलीफ है। लोगों के कहने से उनको कोई फर्क नहीं पढ़ता है। हाथी चलता रहता है, भौंकने वाले भौंकते रहते हैं। महापौर बोली, पहले ये लोग अपने गिरेबान में झांक कर देखें। कौन-कौन पार्षद ठेकेदारी कर रहा है, यह मुझे भी पता है। विकास को लेकर चिल्लाने वालों ने ही समय पर वार्डो में होने वाले प्रस्ताव देर से दिए या फिर दस की जगह 25 लाख रुपये के दे दिए। अभी तक 110 में 96 पार्षदों ने ही प्रस्ताव दिया है। अगले माह टेंडर कराए जा रहे हैं।

हाउस टैक्स का जोनवार निस्तारण होगा

हाउस टैक्स पिछली बार दस से 15 फीसद बढ़ा था। बिल गलत आए हैं तो शिकायत करें। अफसरों के साथ बैठ कर जोनवार शिविर लगाया जाएगा और गलत बिल का निस्तारण कराया जाएगा।

स्वच्छ भारत मिशन के चलते चट्टे हटाने का काम प्रभावित

महापौर ने माना कि स्वच्छ भारत मिशन में तीन माह लगे रहने के कारण अन्य काम प्रभावित हुए हैं। सफाई के लिए वह सुबह उठकर अफसरों के साथ सफाई का निरीक्षण करने जाती थीं। इसके चलते चंट्टे हटाने में देर हुई है। चंट्टे वाले जाने को तैयार हैं, लेकिन उनको पहले जगह देनी होगी। इसके लिए दस दिन में कार्ययोजना बनाकर केडीए को जगह देने के लिए पत्र भेजा जाएगा। जगह मिलते ही चट्टों को शहर से हटाया जाएगा। फुटपाथ व सड़क पर चल रहे अवैध चंट्टे पहले हटाए जाएंगे।

धार्मिक कारण है परमट से आवारा जानवरों का न हटना

महापौर ने कहा कि आनंदेश्वर मंदिर परमट में आवारा जानवर न हटने के पीछे धार्मिक कारण है। लोग गायों को सब्जी और हरा चारा खिलाते हैं। इसके कारण जानवर खड़े रहते हैं। इनको हटाया जाएगा।

खुद लगाने लगी नारे

कार्यकारिणी खत्म होने के बाद महापौर बाहर निकलीं तो देखा कि फोड़े गए घड़े के कारण गंदगी फैली है तो वह खुद ही नारे लगानी लगी कि पार्षद शर्म करो-शर्म करो। जनता ने तुमको चुनकर भेजा है गंदगी फैला रहे हो। इस दौरान विपक्षी पार्षदों ने भी नारेबाजी की।

मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत

विपक्षी पार्षदों ने कहा कि महापौर की अशोभनीय भाषा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेंगे।

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