खादी की नई रेंज के साथ प्रदर्शनी में उतरेगा स्वराज आश्रम

स्वराज आश्रम इस बार प्रदर्शनी में विभिन्न वैरायटी के कपड़ों की रेंज लेकर बाजार में उतरेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 01:39 AM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 01:43 AM (IST)
खादी की नई रेंज के साथ प्रदर्शनी में उतरेगा स्वराज आश्रम
खादी की नई रेंज के साथ प्रदर्शनी में उतरेगा स्वराज आश्रम

जमीर सिद्दीकी, कानपुर

स्वराज आश्रम इस बार प्रदर्शनी में विभिन्न वैरायटी के कपड़ों की रेंज लेकर बाजार में उतरेगा। गांधी जयंती के उपलक्ष्य में 3 अक्टूबर से लगने वाली प्रदर्शनी में इसकी झलक दिखाई देगी।

सर्वोदय नगर स्थित स्वराज आश्रम में लगने वाली इस प्रदर्शनी में खादी का कुर्ता पायजामा, रजाई, गद्दा, चादर के अलावा भी बहुत कुछ होगा। इस बार आश्रम पैंट, शर्ट, हाफ पैंट, लोअर, जैकेट, लेडीज टॉप, कैबरी, सलवार सूट, लेडीज कुर्ता और प्लाजो समेत कई नई रेंज उतारने वाला है। इन्हें विभिन्न प्रांतों के डिजाइनरों से तैयार कराया गया है।

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चाइना में खूब पसंद की गई थी खादी

स्वराज आश्रम के मंत्री प्रेम सिंह सेंगर ने बताया कि वह एक दशक पूर्व खादी से बने वस्त्र लेकर चाइना गए थे। वहां इसे बेहद पसंद किया गया। चाइना के लोगों ने इन वस्त्रों को दस गुना दाम अधिक दाम में खरीदा था। उन्होंने बताया कि विदेश में लोगों को हाथ से बुना हुआ कपड़ा बहुत पसंद आता है। यही कारण है कि विदेशों में भी शोरूम खोलने की योजना पर विचार हो रहा है।

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स्वराज आश्रम की शाखाएं

ø प्रदेश के दस जिलों में कानपुर नगर, कानपुर देहात, हरदोई, उन्नाव, कन्नौज, फर्रुखाबाद, बांदा, चित्रकूट, रायबरेली, लखनऊ में शाखाएं हैं।

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लाल बहादुर शास्त्री रह चुके हैं चेयरमैन

महात्मा गांधी की प्रेरणा से स्वराज आश्रम की स्थापना वर्ष 1921 में हुई थी। खादी और ग्रामोद्योग आयोग ने स्वराज आश्रम को सर्वोच्च श्रेणी 'ए प्लस' में रखा है। वर्ष 1934-35 में सोसायटी एक्ट के अन्तर्गत स्वराज आश्रम का पंजीयन हुआ थी। वर्ष 1956 में खादी आयोग का गठन कर स्वराज आश्रम को आयोग से सीधे जोड़ दिया गया। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री 27 जनवरी 1960 से 10 जनवरी 1966 तक इसके चेयरमैन रह चुके हैं।

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लाभ में चल रहा स्वराज आश्रम

स्वराज आश्रम के मंत्री प्रेम सिंह सेंगर बताते हैं कि वर्ष 2006-07 में जब उन्होंने चार्ज लिया था तो आश्रम 1 करोड़ 21 लाख रुपये के घाटे में था। वर्ष 2007-08 से ही खादी ने बढ़त बनानी शुरू की। वर्तमान में स्वराज आश्रम 4 करोड़, 94 लाख, 75 हजार रुपये के लाभ में चल रहा है।

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