धमका कर कराए सादे कागज पर हस्ताक्षर : महंत जितेंद्र दास

श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी के महंत एवं महामंडलेश्वर जितेंद्र दास ने ऑडियो जारी कर मंदिर के विकास के लिए गठित ट्रस्ट को फर्जी करार दिया है और ट्रस्ट के कुछ सदस्यों से खुद को खतरा बताया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Jun 2020 01:29 AM (IST) Updated:Wed, 10 Jun 2020 06:13 AM (IST)
धमका कर कराए सादे कागज पर  हस्ताक्षर : महंत जितेंद्र दास
धमका कर कराए सादे कागज पर हस्ताक्षर : महंत जितेंद्र दास

जागरण संवाददाता, कानपुर: श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी के महंत एवं महामंडलेश्वर जितेंद्र दास ने ऑडियो जारी कर मंदिर के विकास के लिए गठित ट्रस्ट को फर्जी करार दिया है और ट्रस्ट के कुछ सदस्यों से खुद को खतरा बताया है। उनका आरोप है, उन्हें डरा धमकाकर सादे कागज पर हस्ताक्षर कराए गए और ट्रस्ट गठन किया गया। उधर, नवगठित ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी व प्रवक्ता ने महंत जितेंद्र दास के आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि उन्हीं की पहल पर ट्रस्ट गठित हुआ।

मंदिर में महंत पद को लेकर विवाद चल रहा है। इसे सुलझाने को लेकर छह जून को नारायणा विद्यापीठ पनकी में बैठक हुई थी। इसमें श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर श्राइन बोर्ड ट्रस्ट का गठन करने का निर्णय लिया गया था। सोमवार को इसका पंजीकरण भी कराया गया। अमित नारायणा को मैनेजिंग ट्रस्टी और रामजी त्रिपाठी को प्रवक्ता एवं ट्रस्टी बनाया गय। मंहत जितेंद्र दास, महंत श्रीकृष्ण दास समेत कुल 11 सदस्यों को ट्रस्टी बनाया गया है। सोमवार शाम को महंत पद का दावा ठोंकने वाले बालक दास ने ट्रस्ट गठन पर सवाल खड़ा किया तो मंगलवार को जितेंद्र दास ने ऑडियो जारी कर ट्रस्ट के सदस्यों पर संगीन आरोप लगाए। कहा, छह जून को एक गाड़ी उन्हें लेने आई थी। नारायणा कॉलेज गए तो उन्हें मेल-मिलाप न करने पर मारने और झूठे आरोपों में फंसाने की धमकी दी गई। इस बीच वहा कुछ और लोग आ गए और उनसे सादे कागज पर हस्ताक्षर कर लिए गए। उन्हें खड़ा कराकर फोटो कराई गई। समाचार पत्रों से उन्हें पता चला कि मंदिर का ट्रस्ट बन गया है, जबकि श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर परमार्थ ट्रस्ट 2010 से ही कार्यरत है। इसका हर साल ऑडिट होता है। नया ट्रस्ट मंदिर की संपत्ति को हड़पने के लिए बनाया गया है। उन्हें कुछ ट्रस्टियों से जान का खतरा है, इसलिए सात जून को बाहर रहे। आठ जून को मंदिर आए तो अपने एक भक्त की गाड़ी से उसके यहा चले गए। जब वह लौटे तो उन्हें फिर धमकी दी गई। डर के कारण एक भक्त के यहा आ गए और अब सुरक्षित हैं।

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महंत जितेंद्र दास की पहल पर ट्रस्ट का गठन किया गया। मैनेजिंग ट्रस्टी की जिम्मेदारी मुझे दी गई। कुछ ट्रस्टियों पर उनके लगाए गए आरोप निराधार हैं। ट्रस्ट का मंदिर की संपत्ति से नहीं बल्कि महज विकास कराने से लेना-देना है। प्रशासन चाहे तो ट्रस्ट में प्रशासनिक अधिकारियों की तैनाती करे। बैठक में तय हुआ था कि चढ़ावे की राशि दोनों महंतों में बराबर बाटी जाएगी।

- अमित नारायणा, मैनेजिंग ट्रस्टी महंत जितेंद्र दास ने ही मुझे और अमित नारायणा को बुलाकर ट्रस्ट गठन और विवाद सुलझाने का प्रस्ताव दिया था। उनकी पहल पर बातचीत कर ट्रस्ट बनाया गया। महंत जितेंद्र दास हनुमान जी के समक्ष शपथ लें कि ट्रस्टियों पर लगाए गए आरोप सत्य हैं, तो उसी अनुसार कार्रवाई होगी। बैठक में तय हुआ था कि महंत की जिम्मेदारी श्रीकृष्ण दास ही उठाएंगे। ट्रस्ट केवल विकास कराएगा, उसका मंदिर की संपत्ति और चढ़ावे से कोई मतलब नहीं होगा।

- रामजी त्रिपाठी, प्रवक्ता एवं ट्रस्टी

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मंदिर परिसर में लगेगी महंत रमाकात दास और भुवनेश्वर दास की प्रतिमा

जागरण संवाददाता, कानपुर: श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर में विवादों के बीच ही नवगठित श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर श्राइन बोर्ड ट्रस्ट की बैठक हुई। इसमें ब्रह्मलीन महंत बाबा रमाकात दास व भुवनेश्वर दास की प्रतिमा मंदिर परिसर में स्थापित करने का निर्णय लिया गया। ट्रस्ट के सदस्यों को विकास कार्य, सास्कृतिक कार्यक्रम से जुड़ी जिम्मेदारी बाटी गई।

मंदिर परिसर में आयोजित बैठक में तय किया गया कि मंदिर खाता किसी सरकारी बैंक में खोला जाएगा। खाते में तीन ट्रस्टी दिनेश वाजपेयी, मैनेजिंग ट्रस्टी अमित नारायण, रामजी त्रिपाठी होंगे। बैंक से दो ट्रस्टी के हस्ताक्षर से पैसा निकलेगा। ब्रह्मलीन महंतों की प्रतिमा स्थापित होगी। मंदिर में होने वाले विकास कार्य ट्रस्टी गोपी रमन त्रिवेदी और विद्या शकर मिश्र कराएंगे। धाíमक कार्यो का संचालन महंत जितेंद्र दास, महंत श्रीकृष्ण दास और रामजी त्रिपाठी करेंगे। इस तरह कुल 10 प्रस्तावों पर सहमति बनी। इस अवसर पर सुरेश ओबराय ने एक कूलर व वाटर कूलर मंदिर को दान किया। बैठक में अमित नारायणा, सुशील शुक्ला, आदित्य मिश्रा, रमाकात मिश्रा, महंत श्रीकृष्ण दास, रामजी त्रिपाठी, गोपी रमन त्रिवेदी, विद्या शकर मिश्र उपस्थित रहे। ट्रस्ट मामले में प्रशासन करे हस्तक्षेप

कानपुर : मंदिर में बने ट्रस्ट को लेकर यंग लायर्स एसोसिएशन की बैठक कचहरी में हुई। महामंत्री अधिवक्ता रतन अग्रवाल ने कहा कि मंदिर आस्था का केंद्र है। जिस तरह से वहां पर एक ट्रस्ट का गठन किया गया, पूर्णत: अवैधानिक है। प्रशासन इस मामले में हस्तक्षेप करे। बैठक में महेंद्र सिंह कछवाह, राजेश चतुर्वेदी, सुनील राठौर, मीनाक्षी दीक्षित, राजेश यादव, प्रेम शंकर मिश्र, दीपा जायसवाल, आराधना वर्मा , पिन्टू ठाकुर, पंकज गुप्ता उपस्थित रहे।

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