कानपुर में बिजली विभाग का खेल; दादा के नाम 1.03 लाख बकाया, पौत्र को दिया नया कनेक्शन

कानपुर बिजली विभाग में तीन बार फाइल निरस्त होने के बाद नाम बदल कर कनेक्शन दे दिया गया। जबकि नियम है कि यदि भवन पर बकायेदारी होती है तो उसपर नया कनेक्शन नहीं दिया जाता है लेकिन यहां अभियंता की मर्जी पर सबकुछ होता है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 08:29 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 08:29 AM (IST)
कानपुर में बिजली विभाग का खेल; दादा के नाम 1.03 लाख बकाया, पौत्र को दिया नया कनेक्शन
कानपुर बिजली विभाग में सामने आई गड़बड़ी।

कानपुर, जेएनएन। आवेदन में कोई कमी हो या फिर पुराने कनेक्शन पर लाखों रुपया बकाया हो। केस्को के अभियंता चाहेंगे तो कनेक्शन मिल जाएगा। यदि अभियंता की मर्जी नहीं है तो सब ठीक होने के बावजूद कनेक्शन मिलना मुश्किल है। नमक फैक्ट्री सबस्टेशन के तहत एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। इसमें तीन बार आवेदन निरस्त होने और 1.03 लाख रुपये बकाया होने के बावजूद उसी मकान में बकायेदार के पोते के नाम से नया कनेक्शन दे दिया गया।

नमक फैक्ट्री सबस्टेशन के अंतर्गत 1117/113 एम ब्लाक काकादेव निवासी शिवलाल कठेरिया के नाम विद्युत कनेक्शन था, 1.03 लाख रुपये बकाया होने की वजह से उनका कनेक्शन काट दिया गया था। उनके पुत्र श्रीचंद ने अपने पिता के नाम से नए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया तो केस्को अभियंताओं ने बकाया होने के चलते आवेदन निरस्त कर दिया बाद में श्रीचंद ने अपने नाम से आवेदन किया, लेकिन एक ही परिसर और पिता शिवलाल का नाम होने के चलते आवेदन दोबारा निरस्त किया गया। एक बार फिर प्रयास किया गया, लेकिन आवेदन तीसरी बार भी निरस्त हो गया। इसके बाद श्रीचंद ने बेटे कुशाल कुमार के नाम से कनेक्शन के लिए आवेदन किया। अभियंताओं से सब जांचते-बूझते हुए भी उसी परिसर में कुशाल के नाम से नया कनेक्शन दे दिया। खेल देखिए मामला पकड़ में न आए इसलिए कुशाल के नाम के आगे से उपनाम कठेरिया का जिक्र भी नहीं किया गया। मीटर भी लगा दिया, उसका नंबर एम 430233 है।

आलूमंडी डिवीजन में भी नाम बदल कर कनेक्शन : इससे पहले आलूमंडी डिवीजन में भी बकाया होने पर आवेदन फिरोज आलम का आवेदन निरस्त कर दिया गया था। बाद में नाम बदल कर उसी परिसर में कनेक्शन करा दिया गया। पर्दाफाश होने पर केस्को एमडी ने जांच के आदेश दिए थे।

- शिवलाल कठेरिया से मेरा कोई संबंध नहीं था। वे किराये पर रहते थे। उनका निधन हो चुका है। उनके ऊपर जो बिल बकाया था, उसे लेकर सात साल पहले कनेक्शन काट दिया गया था। इसीलिए अपने नाम से कनेक्शन लिया है। मैं हाल ही में यहां आया हूं। इससे पहले उत्तरीपुरा गांव में रहता था। - कुशाल कुमार, उपभोक्ता

- कनेक्शन की जांच कराई जाएगी. अगर बकाया के बाद भी उसी परिसर में किसी संबंधी को कनेक्शन उपलब्ध करा दिया गया है तो कार्रवाई की जाएगी। केस्को एमडी ने जुलाई में निरस्त हुए कनेक्शन की जांच के भी निर्देश दिए हैं। -चंद्रशेखर अंबेडकर, केस्को मीडिया प्रभारी

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