सावन के पहले सोमवार पर मंदिरों में पुजारियों तो भक्तों ने घरों पर लगाए हर महादेव के जयकारे

कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में मंदिरों के अभी तक न खुलने से कहीं फेसबुक पेज तो कहीं मंदिर के बाहर एलइडी स्क्रीन लगाकर दर्शन कराए गए।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 11:30 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 11:30 PM (IST)
सावन के पहले सोमवार पर मंदिरों में पुजारियों तो भक्तों ने घरों पर लगाए हर महादेव के जयकारे
सावन के पहले सोमवार पर मंदिरों में पुजारियों तो भक्तों ने घरों पर लगाए हर महादेव के जयकारे

कानपुर, जेएनएन। श्रावण मास के पहले सोमवार पर शहर के शिव मंदिरों में कोरोना संक्रमण के चलते भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया। इसके चलते श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों में ही विधि-विधान से भोले बाबा का पूजन कर सुख समृद्धि की कामना की। मंदिरों में पुजारियों ने पूजन करके हर हर महादेव के जयकारे लगाए तो घरों में श्रद्धालु मंत्र जप करते रहे। प्रमुख शिव मंदिरों से पूजन के फोटो फेसबुक और सोशल मीडिया पर वायरल करके भक्तों को दर्शन कराए गए, वहीं कुछ मंदिर के बाहर एलईडी स्क्रीन लगाकर पूजन व दर्शन का लाइव दिखाया जाता रहा।

जागेश्वर धाम, नागेश्वर धाम, वनखंडेश्वर धाम, सिद्धनाथ धाम और बाबा आनंदेश्वर शिवालयों में श्रावण मास शुरू होते ही देर रात से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की कतार लग जाती थी। महामारी के कारण इस बार पुजारियों ने श्रद्धालुओं को घर पर ही पार्थिव शिवङ्क्षलग बनाकर प्रभु का पूजन करने की सलाह दी। सोमवार को श्रद्धालुओं ने बालू और मिट्टी के शिवलिंग बनाकर दूध, दही, घृत, शहद, चंदन, गंगाजल, पुष्प व बेलपत्र आदि अर्पित कर ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप किया।

शिवालयों में विधि विधान से महंत और पुजारियों ने मंगला आरती कर बाबा को भोग अर्पित किया। नवाबगंज स्थित जागेश्वर महादेव मंदिर में भी श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया गया। मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से मुख्य द्वार पर एक बड़ी स्क्रीन पर बाबा के लाइव दर्शन कराने की व्यवस्था की गई। जिससे दर्शन की आस लेकर आए हुए श्रद्धालु निराश ना हों कमेटी के महामंत्री प्राण श्रीवास्तव ने बताया कि मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहे। पी रोड स्थित वनखंडेश्वर मंदिर में भी मुख्य द्वार को बंद रखा गया। पुजारी पं. राम नरेश मिश्रा और मंदिर कमेटी के अध्यक्ष रमेश दीक्षित ने बताया कि सुबह बाबा की आरती और भोग अर्पित कर पूजन प्रक्रिया को संपन्न कराया गया। जाजमऊ स्थित सिद्धनाथ मंदिर में भी पूजन और शृंगार मंदिर के पुजारियों द्वारा संपन्न कराया गया।

आनंदेश्वर मंदिर में आरती के समय टूटे नियम

श्रावण मास के पहले सोमवार में बाबा के दर्शन के आस लेकर परमट मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं को मुख्य द्वार पर ही पुलिस ने बैरीकेटिंग लगाकर रोकने की व्यवस्था की थी। परंतु श्रद्धालु पुलिस को गच्चा देकर मंदिर में पहुंच गए। आरती के समय पट तो बंद था , लेकिन परिसर में एकत्र श्रद्धालु हर हर महादेव का उद्घोष करते रहे। मंदिर प्रबंधन ने उन्हें समझा बुझाकर भेजा।

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