मैग्सेसे पुरस्कार विजेता ने कहा, अब लोग एक दूसरे को कम बर्दाश्त कर पा रहे हैं Kanpur News

शहर आईं पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन की बेटी विजया रामचंद्रन ने शांति का संदेश दिया।

By AbhishekEdited By: Publish:Mon, 28 Oct 2019 09:34 AM (IST) Updated:Mon, 28 Oct 2019 09:34 AM (IST)
मैग्सेसे पुरस्कार विजेता ने कहा, अब लोग एक दूसरे को कम बर्दाश्त कर पा रहे हैं Kanpur News
मैग्सेसे पुरस्कार विजेता ने कहा, अब लोग एक दूसरे को कम बर्दाश्त कर पा रहे हैं Kanpur News

कानपुर, जेएनएन। मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय ने कहा कि यह सच है कि इधर कुछ दिनों में लोगों का गुस्सा बढ़ा है और एक दूसरे को हम बर्दाश्त कम कर पा रहे हैं। यह हमारे परिवार से होते हुए पूरे समाज में फैल रहा है। यह भी सच है कि इससे हमारा समाज चिंतित भी है और प्रेम व सद्भाव बढ़ाने की कोशिश भी कर रहा है। उन्होंने ये बातें गांधी विचार केंद्र के तत्वावधान में कृष्णानगर स्थित कन्हैया लाल धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में कहीं।

हिंसा मुक्त भारत का संदेश देने के लिए 19 अक्टूबर को दिल्ली से कोलकाता के लिए रवाना हुई यात्रा में शामिल श्री पांडेय ने लोगों को शांति का पाठ पढ़ाया। कहा कि जब सांप्रदायिक शक्तियां सर उठाती हैं तो सद्भाव फैलाने वाले लोग भी सक्रिय हो जाते हैं और सांप्रदायिक शक्तियों की मंशा सफल नहीं हो पाती। कहा कि सांप्रदायिक शक्तियां महौल खराब न करें इसके लिए सभी को प्रेम व सद्भाव से रहना होगा।

पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन की बेटी विजया रामचंद्रन ने लोगों को प्रेम, शांति और सद्भाव का संदेश दिया। कहा कि जब हम प्रेम से रहेंगे तभी भारत विश्व गुरु बनेगा। इस यात्रा का उद्देश्य भारत को हिंसा मुक्त बनाना है। उन्होंने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का नाम न बदले जाने की मांग का समर्थन किया।

प्रोफेसर आर रामचंद्रन ने कहा कि हमें भाईचारे के साथ रहना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक सुरेश गुप्ता ने कहा कि हमें राष्ट्रपति महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाना होगा। यात्रा में शामिल फैसल खा, मनीष बंसल, जावेद मलिक, नरेश चंद्र ङ्क्षसह मो. चांद, कार्तिक अरोड़ा आदि लोगों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर छोटे भाई नरोना, अतहर नईम, मदन भाटिया, अखिलेश कुमार, समीउल्ला हक आदि रहे।

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