कानपुर और इटावा में सपाइयों ने जताया आक्रोश, धरना देकर निकाली प्रतीकात्मक अर्थी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने से सपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी।
कानपुर, जेएनएन। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को प्रयागराज जाते समय लखनऊ एयरपोर्ट पर रोकने को लेकर सपाइयों में आक्रोश भड़क गया है। कानपुर समेत आसपास के जिलों में सपा नेता व कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन के साथ सरकार का पुतला फूंकने का प्रयास किया। कानपुर में पुतला फूंकने जा रहे सपाइयों की पुलिस से झड़प भी हो गई।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जाने से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को रोके जाने से सपाइयों में नाराजगी छा गई। सपा नेताओं ने तुरंत कार्यकर्ताओं को नवीन मार्केट स्थित शिक्षक पार्क में एकत्र किया और धरना प्रदर्शन की रणनीति बनाई। दोपहर बाद करीब तीन बजे तक सपाई शिक्षक पार्क पहुंच गए। अच्छी संख्या होने के बाद सपाइयों ने प्रदेश सरकार की प्रतीकात्मक अर्थी निकालते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच जानकारी होते ही पुलिस बल भी पहुंच गया और सपाइयों को रोकने का प्रयास किया।
उग्र हुए सपा कार्यकर्ता पुलिस से उलझ गए। पुलिस ने पुतला छीनने का प्रयास किया तो सपाइयों ने उसमें आग लगा दी। इसके बाद नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ते रहे। सपा नेताओं ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पर तानाशाही का आरोप लगाया और धरना प्रदर्शन तेज करने की बात कही। यहां पर पार्टी नेता मोइन खान सरफराज समेत कई सपा नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। सपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने की कोशिश की पर सफल नहीं हुए। पुलिस ने पुतला छीनकर कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया।
उधर, इटावा में भी सपाइयों ने शास्त्री चौराहा पर जाम लगा प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। उपजिलाधिकारी सदर सिद्धार्थ, सीओ सिटी एसएन वैभव पांडेय, इंस्पेक्टर कोतवाली राकेश भारती मौके पर पहुंचे और सपाइयों को समझाने का प्रयास किया।
उनकी बात लखनऊ तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद जाम खुलवाया। यहां पर सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, पूर्व पालिका अध्यक्ष कुलदीप गुप्ता संटू, सपा नेता विमल भदौरिया मौजूद थे। शास्त्री चौराहा जाम होने से शहर में वाहनों की कतारें लग गईं। भरथना में भी सपाइयों ने धरना-प्रदर्शन किया, कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और नारेबाजी की। नगर पालिका अध्यक्ष हाकिम सिंह, ब्लाक प्रमुख हरिओम यादव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनोज यादव बंटी, सुरेंद्र यादव बाबू जी आदि मौजूद रहे।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में जाने से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को रोके जाने से सपाइयों में नाराजगी छा गई। सपा नेताओं ने तुरंत कार्यकर्ताओं को नवीन मार्केट स्थित शिक्षक पार्क में एकत्र किया और धरना प्रदर्शन की रणनीति बनाई। दोपहर बाद करीब तीन बजे तक सपाई शिक्षक पार्क पहुंच गए। अच्छी संख्या होने के बाद सपाइयों ने प्रदेश सरकार की प्रतीकात्मक अर्थी निकालते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच जानकारी होते ही पुलिस बल भी पहुंच गया और सपाइयों को रोकने का प्रयास किया।
उग्र हुए सपा कार्यकर्ता पुलिस से उलझ गए। पुलिस ने पुतला छीनने का प्रयास किया तो सपाइयों ने उसमें आग लगा दी। इसके बाद नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ते रहे। सपा नेताओं ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पर तानाशाही का आरोप लगाया और धरना प्रदर्शन तेज करने की बात कही। यहां पर पार्टी नेता मोइन खान सरफराज समेत कई सपा नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। सपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने की कोशिश की पर सफल नहीं हुए। पुलिस ने पुतला छीनकर कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया।
उधर, इटावा में भी सपाइयों ने शास्त्री चौराहा पर जाम लगा प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और धरने पर बैठ गए। उपजिलाधिकारी सदर सिद्धार्थ, सीओ सिटी एसएन वैभव पांडेय, इंस्पेक्टर कोतवाली राकेश भारती मौके पर पहुंचे और सपाइयों को समझाने का प्रयास किया।
उनकी बात लखनऊ तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद जाम खुलवाया। यहां पर सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव, पूर्व पालिका अध्यक्ष कुलदीप गुप्ता संटू, सपा नेता विमल भदौरिया मौजूद थे। शास्त्री चौराहा जाम होने से शहर में वाहनों की कतारें लग गईं। भरथना में भी सपाइयों ने धरना-प्रदर्शन किया, कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए और नारेबाजी की। नगर पालिका अध्यक्ष हाकिम सिंह, ब्लाक प्रमुख हरिओम यादव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनोज यादव बंटी, सुरेंद्र यादव बाबू जी आदि मौजूद रहे।