Mahoba Indrakant Case: कानपुर जाजमऊ में सपा के पूर्व मंत्री मनोज पांडेय को पुलिस ने रोका, सपाइयों का हंगामा

समाजवादी पार्टी क पूर्व मंत्री मनोज पांडेय महोबा में क्रशर कारोबारी की हत्या को लेकर स्वजनों से मिलने के लिए महोबा जा रहे थे इस बीच रास्ते में गंगा पुल पार करने के बाद जाजमऊ चेकपोस्ट पर पुलिस ने काफिला रोक लिया।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 04:38 PM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 04:38 PM (IST)
Mahoba Indrakant Case: कानपुर जाजमऊ में सपा के पूर्व मंत्री मनोज पांडेय को पुलिस ने रोका, सपाइयों का हंगामा
जाजमऊ में सपा के पूर्व मंत्री को रोकती पुलिस।

कानपुर, जेएनएन। महोबा में क्रशर कारोबारी की हत्या के बाद स्वजनों से मिलने जा रहे सपा के पूर्व मंत्री मनोज पांडेय को चकेरी पुलिस ने जाजमऊ चेक पोस्ट पर रोक लिया। इस दौरान सपाइयों ने प्रदेश सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा किया। इसपर पुलिस हंगामा कर रहे सपाइयों को सर्किट हाउस ले गई और नजरबंद कर दिया।

महोबा में क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की हत्या के बाद बुधवार को सपा नेता व प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री मनोज पांडेय स्वजनों से मिलने के लिए जा रहे थे। इस दौरान उनके साथ बहराइच के पूर्व विधायक केके ओझा भी थे। इसकी जानकारी मिलते ही शासन के निर्देश पर जाजमऊ चेकपोस्ट पर चकेरी पुलिस समेत पीएसी बल रोकने के लिए पहुंच गया। मनोज पांडेय का काफिला जैसे ही गंगा पुल पार करके जाजमऊ चेक पोस्ट पहुंचा तो पुलिस व पीएसी ने रोक लिया। इस दौरान सपा कार्यकर्ता पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया।

सपाइयों ने जोर जोर से प्रदेश सरकार और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इसपर पुलिस बल मनोज पांडेय समेत सपा कार्यकर्ताओं को सर्किट हाउस ले गई और नजरबंद कर दिया। पूर्व मंत्री ने महोबा जाने से रोकने पर पुलिस द्वारा लोकतंत्र की हत्या बताया। उन्होंने कहा कि दिवंगत के परिवार से विपक्ष को मिलने नहीं देना प्रदेश सरकार की तानाशाही है। हंगामे के दौरान उन्नाव से आने वाले वाहन जाम में फंसे रहे और करीब आधे घंटे के बाद यातायात सामान्य हो सका।

महोबा जा रहे सपाई गिरफ्तार

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर महोबा कबरई जाने की योजना बना रहे नगर अध्यक्ष डॉ. इमरान और पूर्व नगर अध्यक्ष ओमप्रकाश मिश्र को पुलिस ने घर पर ही रोक दिया। इसपर गुस्साए सपाइयों की पुलिस से नोकझोंक और धक्का मुक्की हुई। मौके पर पहुंचे सीओ बाबूपुरवा आलोक कुमार ने सर्किल फोर्स और पीएसी की मदद से सपाइयों को किदवई नगर वानीकीय प्रशिक्षण संस्थान के अधिकारी छात्रावास ले गई, जहां एसीएम प्रथम आरपी वर्मा भी पहुंचे। नगर अध्यक्ष ने कहा कि आज समाजवादी सिपाहियों को रोककर कानपुर में लोकतंत्र की हत्या की गई है, हमलोग पीछे नहीं हटेंगे। प्रदेश सरकार बौखलाहट में ऐसे काम कर रही है, वो कितने भी प्रयास करले अखिलेश यादव के विजय रथ को नहीं रोक पाएगी। सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

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