तुम्हारा बोझ खत्म कर रहा हूं...कहकर खुद को मारी ली थी गोली, ससुराल में होती थी बेइज्जती

पत्नी से झगड़े के बाद खुदकशी करने वाले डॉक्टर के मोबाइल फोन की जांच में कई राज सामने आए हैं।

By AbhishekEdited By: Publish:Mon, 03 Feb 2020 04:42 PM (IST) Updated:Mon, 03 Feb 2020 05:14 PM (IST)
तुम्हारा बोझ खत्म कर रहा हूं...कहकर खुद को मारी ली थी गोली, ससुराल में होती थी बेइज्जती
तुम्हारा बोझ खत्म कर रहा हूं...कहकर खुद को मारी ली थी गोली, ससुराल में होती थी बेइज्जती

कानपुर, जेएनएन। तुम पत्थर जैसी हो गई हो, लेकिन आज मैं तुम्हारा बोझ खत्म कर रहा हूं...। पत्नी खुशबू से यही बात कहकर डॉ. नीरज पांडेय ने तमंचे से अपने दिल पर गोली मार ली थी। पुलिस को डॉक्टर के मोबाइल फोन की जांच करने पर पत्नी से बातचीत की रिकॉर्डिंग व वाट्सएप मैसेज मिले हैं। इकलौते बेटे की मौत की सूचना पर कुशीनगर से पिता डॉ. हीरालाल व मां मंदोदरी ने ससुराल में बेटे की बेइज्जती किए जाने और धमकी मिलने की बात कही।

डॉक्टर ने किया था प्रेम विवाह

कुशीनगर के पडरौना अंतर्गत गांव खड्डा बुजुर्ग निवासी डॉ. हीरालाल पांडेय के 30 वर्षीय बेटे डॉक्टर नीरज पांडेय ने वर्ष 2013 में तात्याटोपे नगर निवासी अधिवक्ता शिवराम शर्मा की बेटी डॉ. खुशबू से प्रेम विवाह किया था। उनका छह वर्षीय बेटा तेजस्य और तीन वर्षीय बेटी कनक है। पिछले माह विवाद होने पर नीरज, पत्नी व बच्चों से अलग बर्रा तीन एलआइजी कॉलोनी में किराये पर रह रहे थे। शनिवार शाम उन्होंने तमंचे से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

पुलिस ने मोबाइल फोन जांचा

पुलिस को मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था। पुलिस ने नीरज के मोबाइल फोन की जांच की तो उसमें पत्नी खुशबू से बातचीत की रिकॉर्डिंग मिलीं। नीरज ने पत्नी से कई शिकवे किए और कहा कि तुम ध्यान नहीं दे रही हो। पत्थर जैसी हो गई हो, इसीलिए अब परेशान नहीं करूंगा और तुम्हारा बोझ खत्म कर रहा हूं। सीओ मनोज गुप्ता ने बताया कि पत्नी से अलग रहने के बाद डॉ. नीरज तनाव में रहते थे। नशे के इंजेक्शन लेने लगे थे। शायद इसी वजह से उन्होंने आत्मघाती कदम उठा लिया।

पीठ में जा फंसी थी गोली

पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर नीरज ने 315 बोर के तमंचे से खुद को गोली मारी थी, जो दिल को चीरकर पीठ में जा फंसी। पोस्टमार्टम में डॉक्टरों ने गोली निकालकर सील की। फॉरेंसिक टीम को नीरज के हाथ में बारूद की गंध भी मिली। इससे पता लगा कि नीरज ने खुद गोली चलाई। कमरे में भी बारूद की गंध थी। हाथों का जीएसआर (गनशॉट रेजिड्यू) सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।

शादी के लिए किया था मना

इकलौते बेटे का शव देख पिता डॉ. हीरालाल ने बताया कि नीरज व खुशबू लखनऊ के चिनहट स्थित बाबा फॉर्मेसी कॉलेज में साथ पढ़े थे। तभी दोनों ने शादी का फैसला किया था। वह मना कर रहे थे लेकिन बेटा नहीं माना। तीन दिन पूर्व दोनों के बीच विवाद की सूचना मिली तो कानपुर आकर समझा गए थे। शुक्रवार को बेटे ने फोन पर कहा कि पत्नी व ससुर अभद्रता करते हैं तो उससे कहा कि घर आ जाओ। नीरज ने कुशीनगर आने की बात कही लेकिन शनिवार को उसकी मौत की सूचना आई। माता पिता ने आरोप लगाया कि बेटे को ससुराल में बेइज्जती और धमकी मिलती थी।

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