हैलट में अब सभी विभागों की ओपीडी शुरू, इन समस्याओं के लिए रोजाना सौ मरीज ही देखे जाएंगे

महामारी के खौफ को पीछे छोड़ते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो गई है। मेडिसिन सर्जरी एवं आर्थोपेडिक विभाग में चलेंगी दो-दो ओपीडी देखेंगे दो सौ मरीज। ईएनटी नेत्र रोग त्वचा रोग बाल रोग मनोरोग व स्त्री-प्रसूति रोग में सौ-सौ रोगी देखेंगे।

By Rahul MishraEdited By: Publish:Sat, 06 Feb 2021 10:46 AM (IST) Updated:Sat, 06 Feb 2021 10:46 AM (IST)
हैलट में अब सभी विभागों की ओपीडी शुरू, इन समस्याओं के लिए रोजाना सौ मरीज ही देखे जाएंगे
हैलट में अब रोजाना डाक्टर मरीजों को देखेंगे। प्रतीकात्मक चित्र

कानपुर, जेएनएन। कोरोना महामारी के खौफ को पीछे छोड़ते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो गई है। हैलट में मरीजों का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए सोमवार से मेडिसिन, सर्जरी और आर्थोपेडिक्स विभाग की दो-दो ओपीडी चलाने का निर्णय लिया गया है। प्रत्येक ओपीडी में 100-100 मरीज देखे जाएंगे, इस हिसाब से प्रत्येक विभाग में दो-दो सौ मरीज होंगे। इसी तरह ईएनटी, नेत्र रोग, बाल रोग, त्वचा रोग एवं मनोरोग विभाग की ओपीडी में सौ-सौ मरीज होंगे।

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने शुक्रवार को प्रमुख अधीक्षक कार्यालय में सभी क्लीनिकल विभागों के प्रमुखों की बैठक बुलाई थी। इसमें सामान्य मरीजों के लिए ओपीडी की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया। अभी तक सेमी ओपीडी में मरीज देखे जा रहे थे, उसे बंद करके नियमित ओपीडी चलाने का निर्णय लिया गया। ओपीडी पंजीकरण काउंटर पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पर्चे बनाए जाएंगे। विभाग में मरीजों की संख्या निर्धारित है। इसलिए टोकन के हिसाब से ही पर्चे बनाए जाएंगे। बैठक में उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि, डॉ. जीडी यादव, डॉ. परवेज खान, डॉ. मनीष सिंह, डॉ. यशवंत राव, डॉ. अनिल वर्मा, डॉ. प्रज्ञनेश व डॉ. अमृत श्रीवास्तव मौजूद रहीं।

न्यूरो सर्जरी की छह दिन ओपीडी

सुपर स्पेशियलिटी विभाग न्यूरो सर्जरी की ओपीडी सप्ताह में छह दिन चलेगी। हालांकि इसमें अधिकतम 50 मरीज देखे जाएंगे। वहीं, न्यूरोलॉजी की ओपीडी सप्ताह में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार एवं शनिवार को चलेगी। इसमें भी 50 मरीज ही देखे जाएंगे।

अब रूटीन के होंगे ऑपरेशन

प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि अब सप्ताह में छह दिन रूटीन के भी ऑपरेशन होंगे। इसमें इमरजेंसी, सर्जरी और आर्थोपेडिक, नेत्र रोग एवं ईएनटी विभाग के ऑपरेशन थियेटर में सर्जरी की जाएगी।

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