आनंद हत्याकांड : नाराज स्वजनों ने दी सीएम आवास के सामने आत्मदाह की चेतावनी, तीन घंटे सड़क जाम

लापता छह वर्षीय बालक आनंद का 34 दिन बाद शव मिलने का मामला।

By AbhishekEdited By: Publish:Thu, 26 Dec 2019 01:18 PM (IST) Updated:Thu, 26 Dec 2019 01:18 PM (IST)
आनंद हत्याकांड : नाराज स्वजनों ने दी सीएम आवास के सामने आत्मदाह की चेतावनी, तीन घंटे सड़क जाम
आनंद हत्याकांड : नाराज स्वजनों ने दी सीएम आवास के सामने आत्मदाह की चेतावनी, तीन घंटे सड़क जाम

कानपुर देहात, जेएनएन। तिलक समारोह से घर लौटते समय 21 नवंबर को लापता हुए छह वर्षीय मासूम का 34 दिन बाद शव मिलने के बाद नाराज स्वजनों ने घटना का पर्दाफाश न होने पर सीएम आवास के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी है। गुरुवार की सुबह मैथा-बैरी मार्ग पर शव रख जाम लगाकर हंगामा किया। मौके पर एसडीएम के समझाने पर स्वजनों ने करीब तीन घंटे बाद जाम खोला। उन्होंने शिवली थानाध्यक्ष पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तीन दिन में घटना का पर्दाफाश किए जाने की मांग की है। पुलिस अधिकारियों ने पांच दिन में घटना का पर्दाफाश किए जाने का आश्वासन दिया है।

यह हुई थी घटना

शिवली कोतवाली के मैथा मांड़ा गांव के मजरे सूरजपुर इंद्रानगर में 21 नवंबर को रामसूरत कुशवाहा के यहां तिलक समारोह में हरिहरनाथ भी अपने छह वर्षीय पुत्र आनंद उर्फ सचिन को लेकर गए थे। शाम लगभग सात बजे पिता से घर जाने की बात कह आनंद समारोह से निकला था। देर रात हरिहर नाथ घर पहुंचे तो आनंद के न आने की जानकारी पर उन्होंने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 34 दिन बाद मंगलवार की दोपहर गुरसर गांव के ऊसर में झाडिय़ों के पास गड्ढे में उसका शव पड़ा मिला था। शव गल जाने के कारण हरिहरनाथ ने कपड़ों से शिनाख्त की थी।

सड़क पर शव रखकर लगाया जाम

बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शाम को शव घर वालों के सुपुर्द कर दिया गया। गुरुवार की सुबह अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से पहले परिवार वालों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। आनंद के फूफा बलिया के पचरुखिया निवासी विवेक व चाचा लाल किशोर यादव ने बताया कि शुरुआत से ही पुलिस की जांच गलत दिशा में रही। उन्होंने एलान किया कि यदि तीन दिन में घटना का पर्दाफाश नहीं किया गया तो मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करेंगे। इसकी जिम्मेदारी शिवली थानाध्यक्ष की होगी। इसके बारे में एसपी, आइजी, डीआइजी व मुख्यमंत्री को सूचना भेज दी गई है। घटना के दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। एसडीएम रामशिरोमणि ने मौक पर पहुंचकर स्वजनों को समझाया। पुलिस अफसरों द्वारा पांच दिन में घटना का पर्दाफाश किए जाने का आश्वासन दिये जाने पर लोगों ने तीन घंटे बाद जाम खोला।

-बच्चे को अगवा करने के बाद हत्या कर शव गड्ढे में दफनाया गया था। अगवा करने का मुकदमा हत्या में तरमीम करके विवेचना की जाएगी। स्वजनों के आरोपों की जांच कराकर लापरवाही सामने आने पर थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की जाएगी। -अनुराग वत्स, एसपी कानपुर देहात

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